इंग्लैंड में होने वाले चौथे आईसीसी महिला विश्व कप से पहले भारतीय महिला क्रिकेट कप्तान मिताली राज एक रिपोर्टर के लिंग भेदभाव के सवाल पर भड़क उठीं और उन्होंने रिपोर्टर को कुछ ऐसा जवाब दिया जिससे उनकी काफी तारीफ हो रही है।
गत चैम्पियन और दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने लगातार दसवीं बार अमेरिकी ओपन सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया जब फ्रांस के जो विलफ्राइड सोंगा क्वार्टर फाइनल में 6-3, 6-2 से पिछड़ने के बाद रिटायर हो गए। इसी तरह दुनिया की नंबर एक युगल खिलाड़ी सानिया मिर्जा और उनकी चेक जोड़ीदार बारबरा स्टायकोवा क्वार्टर फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त कैरोलीन गार्शिया और क्रिस्टीना म्लादेनोविच से सीधे सेटों में हारकर बाहर हो गई। सानिया की हार के साथ यूएस ओपन में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई है।
रियो ओलंपिक के आठवें दिन भारत की निगाहें मिश्रित युगल टेनिस में खेल रही सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी पर होगी जो यहां अमेरिका की वीनस विलियम्स और राजीव राम की जोड़ी से भिड़ेगी।
ओलंपिक पदक से केवल एक जीत दूर सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना ने कहा कि उन्हें अपना सेमीफाइनल मैच खेलते समय अपने जज्बात पर काबू रखकर नये सिरे से शुरूआत करनी होगी।
भारत की सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी आस्टेलिया की सामंथा स्टोसुर और जान पीयर्स को सीधे सेटों में हराकर रियो ओलंपिक मिश्रित युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई।
भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अनुभवी खिलाड़ी होने के कारण उन पर इस बात का अतिरिक्त दबाव है कि रियो ओलंपिक के छह दिन बीतने के बाद भी भारत को कोई पदक नहीं मिला है। उन्होंने कहा, मुझे कोई अतिरिक्त दबाव महसूस नहीं होता। चाहे ओलंपिक हो या ग्रैंड स्लैम मुझे उतनी ही जिम्मेदारी महसूस होती है।
पुरूष हॉकी टीम और सेना के रोवर दत्तू बबन भोकनलाल को छोड़कर भारत के लिए रियो ओलंपिक का पहला दिन निराशाजनक रहा। पुरूष हॉकी टीम ने जहां ओलंपिक में पहला लीग मैच नहीं जीत पाने का 12 साल पुराना कलंक धो दिया वहीं भोकनलाल पुरूषों के एकल स्क्रल में अपनी हीट में तीसरे स्थान पर रहकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। इन दोनों को छोड़कर भारतीय दल को निशानेबाजी, टेनिस, टेबल टेनिस और भारोत्तोलन में निराशा ही हाथ लगी।
रियो ओलंपिक से पहले लिएंडर पेस को लेकर विवादों ने भारतीय टेनिस को झकझोर दिया था लेकिन इस खेल में मिश्रित युगल में भारत पदक का दावेदार है जिसमें सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना चुनौती पेश करेंगे।
शीर्ष टेनिस स्टार सानिया मिर्जा अगले महीने होने वाले ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिये तैयार हैं लेकिन उन्होंने रियो खेलों में पदक जीतने की भविष्यवाणी करने से इनकार कर दिया।