श्रीलंका की ओर से एंजेलो मैथ्यूज ने सर्वाधिक 67 रन और मैथ्यूज ने 55 रन बनाए। भारत की तरफ से भुवनेश्वर कुमार ने 5 विकेट झटके। जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव और चहल ने 1-1 विकेट लिए।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 375 रन बनाए। इस विशाल स्कोर के सामने श्रीलंकाई टीम सिर्फ 207 रनों पर ऑल आउट हो गई।
अपनी पहली विश्व चैंपियनशिप में डेब्यू करते हुए पदक जीतने वाले गौरव दूसरे भारतीय मुक्केबाज हैं। उनसे पहले विकास कृष्ण ने 2011 में चैंपियनशिप में डेब्यू करते हुए पदक जीता था।
श्रीलंका की ओर से सबसे ज्यादा थिरिमाने ने 80 रन बनाए। ने बनाए। वहीं दिनेश चंडीमल ने 36 रन का योगदान दिया। भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा 5 विकेट झटके। जबकि हार्दिक, अक्षर और केदार जाधव को 1-1 विकेट मिला।
रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने तूफानी प्रदर्शन करते हुए नौंवीं सीड चीन की चेन यूफेई को लगातार गेमों में 21-13, 21-10 से पीटकर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया।
सिंधू इस टूर्नामेंट में रजत जीतने वाली भारत की दूसरी शटलर हैं। इससे पहले साइना नेहवाल ने साल 2015 में जकार्ता में हुई विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।
पीवी सिंधू और साइना नेहवाल ने चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ ही भारत के दो मेडल पक्के हो गए हैं। इसके साथ ही सिंधू ने भी वर्ल्ड चैम्पियनशिप का अपना तीसरा मेडल भी पक्का कर लिया।