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रोहन बोपन्ना को ओलंपिक टिकट, क्या चुनेंगे पेस को जोड़ीदार

रोहन बोपन्ना को ओलंपिक टिकट, क्या चुनेंगे पेस को जोड़ीदार

लिएंडर पेस को सातवां ओलंपिक खेलने का अपना सपना पूरा करने के लिये मिश्रित युगल खेलने का मोह छोड़ना होगा क्योंकि रोहन बोपन्ना को मनाने के प्रयास किये जा रहे हैं कि वह रियो ओलंपिक में पेस को पुरूष युगल में अपना जोड़ीदार चुन लें। बोपन्ना को एटीपी रैंकिंग में शीर्ष 10 में आने के कारण पुरूष युगल में सीधे प्रवेश मिला है। उन्हें अपना जोड़ीदार चुनने की सहूलियत भी मिल गई है।
दिल्‍ली हाई कोर्ट की सुशील को दो टूक, बेहतर नरसिंह यादव ही रियो जाएंगे

दिल्‍ली हाई कोर्ट की सुशील को दो टूक, बेहतर नरसिंह यादव ही रियो जाएंगे

दिल्ली उच्च न्यायालय ने दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार की याचिका सोमवार को खारिज कर दी जिसमें उन्होंने रियो ओलंपिक में पुरूषों की 74 किलो फ्रीस्टाइल स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व तय करने के लिये भारतीय कुश्ती महासंघ को चयन टायल के आयोजन का निर्देश देने की मांग की थी।
अलविदा मुहम्‍मद अली :  पूरे कैरियर में सहे 29000 मुक्के, कमाए 5.7 करोड़ डॉलर

अलविदा मुहम्‍मद अली : पूरे कैरियर में सहे 29000 मुक्के, कमाए 5.7 करोड़ डॉलर

दुनिया में मुक्‍केबाजी के पर्याय मुहम्‍मद अली ने एक बार गणना की थी कि उन्होंने अपने पेशेवर करियर में 29,000 मुक्के सहे और पांच करोड़ 70 लाख डालर की कमाई की। उनके मुक्के दमदार होते थे और अपनी तेजी की वजह से प्रतिद्वंद्वी को हतप्रभ करने में माहिर भी थे। इस हैवीवेट चैंपियन ने अपने मुक्‍कों से दुनिया को रोमांचित करने का वादा किया और फिर वह इसमें सफल भी रहे। यहां तक कि मुक्के खाने की वजह से उन्‍हें पार्किन्‍संस हो गया था। वह इस वजह से बमुश्किल बात कर पाते थे तब भी वह लोगों को प्रभावित करते थे।
मुहम्‍मद अली पार्किन्‍संस से नहीं जीत सके, 74 साल की उम्र में अमेरिका में निधन

मुहम्‍मद अली पार्किन्‍संस से नहीं जीत सके, 74 साल की उम्र में अमेरिका में निधन

अपने जीवन में 61 फाइटिंग में से सिर्फ पांच में हारने वाले जाने माने मुक्‍केबाज 'द ग्रेट' मोहम्मद अली जिंदगी की जंग में पार्किन्‍संस से हार गए। 74 साल के अली सांस की तकलीफ की वजह से अस्पताल में भर्ती थे। उनका अमेरिका के लास एंजिल्‍स में निधन हो गया। अली को पार्किनसन की बीमारी की वजह से सांस लेने में काफी दिक्‍कत हो रही थी।
सुशील कुमार पर अदालत ने कहा, ट्रायल कराना अनिवार्य नहीं

सुशील कुमार पर अदालत ने कहा, ट्रायल कराना अनिवार्य नहीं

दिल्ली उच्च न्यायालय ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय खेल संहिता और केंद्र के अनुसार भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के लिए रियो ओलंपिक 2016 में पहलवानों के चयन के लिए ट्रायल कराना अनिवार्य नहीं है। फिर भी अदालत ने कहा कि उसने इस मामले में लंबी बहस सुनी है और वह फैसला देगी। उसने खिलाड़ी की याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा।
मुक्केबाज देवेंद्रो और विकास को मिल पायेगा ओलंपिक टिकट!

मुक्केबाज देवेंद्रो और विकास को मिल पायेगा ओलंपिक टिकट!

राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता एल. देवेंद्रो सिंह (49 किग्रा) और एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता विकास कृष्ण (75 किग्रा) अजरबेजान के बाकू में 16 जून से शुरू हो रहे एआईबीए विश्व ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में नौ सदस्यीय भारतीय टीम की चुनौती की अगुआई करेंगे।
सीमा अंतिल पूनिया को डिस्कस थ्रो में रियो ओलिंपिक का टिकट मिला

सीमा अंतिल पूनिया को डिस्कस थ्रो में रियो ओलिंपिक का टिकट मिला

महिला सशक्तिकरण पर जोर देने वालों के लिए यह एक खुशखबरी है। 32 साल की सीमा अंतिल पूनिया ने डिस्कस थ्रो में रियो ओलिंपिक का टिकट हासिल कर लिया है।
रियो ओलंपिक : सुशील ने नरसिंह के साथ चाहा दंगल, मोदी को लिखा खत

रियो ओलंपिक : सुशील ने नरसिंह के साथ चाहा दंगल, मोदी को लिखा खत

इस बार पहलवान सुशील कुमार ने रियो ओलंपिक में 74 किलोग्राम वर्ग में कुश्‍ती के दांवपेंच आजमाने की चाहत रखे हुए हैं। इसके लिए उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। सुशील ने पीएम से मिलने के लिए समय भी मांगा है। सुशील का कहना है कि 74 किलोग्राम वर्ग में उनके और नरसिंह‍ के बीच कुश्‍ती हो जाए। जो जीतेगा वह ओलंपिक में इस वर्ग में खेलने जाए।
रियो ओलंपिक के लिए सुशील का नाम नहीं, सतपाल बोले खेल मंत्री से करेंगे मुलाकात

रियो ओलंपिक के लिए सुशील का नाम नहीं, सतपाल बोले खेल मंत्री से करेंगे मुलाकात

भारतीय कुश्‍ती महासंघ ने भारतीय ओलंपिक संघ को रियो आेलंपिक के लिए क्‍वालीफार्इ करने वाले पहलवानों की ज्रो सूची भेजी है उसमें दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार का नाम नहीं है।
गूगल का ओलिंपिक बर्थडे डूडल

गूगल का ओलिंपिक बर्थडे डूडल

गूगल अपने डूडल्स के लिए बहुत प्रसिद्ध है। जब भी कोई ऐतिहासिक घटना की वर्षगांठ होती है गूगल उसे रचनात्कम तरीके से दर्शाता है।
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