Advertisement

Search Result : "Parag Agrawal Neeraj Jha"

कोयलांचल में कांग्रेस नेता पर दागी 36 गोलियां

कोयलांचल में कांग्रेस नेता पर दागी 36 गोलियां

धनबाद में कांग्रेस नेता और पूर्व उप महापौर नीरज सिंह पर हमलावरों ने दनादन 36 गोलियां दाग कर मौत के घाट उतार दिया। हमलावरों ने स्पीड ब्रेकर का फायदा उठाते हुए गाड़ी के सामने से 26 गोलियां दागी। नीरज सामने की सीट पर ही बैठे थे और उन्हें 14 से ज्यादा गोलियां लगी। गोलीबारी के बाद परिजन नीरज सिंह को सेंट्रल अस्पताल ले गए जहां डॉक्‍टरों ने उन्‍हें दिवंगत घोषित कर दिया।
लिपस्टिक अंडर माई बुर्का पर फतवा

लिपस्टिक अंडर माई बुर्का पर फतवा

केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा लिपस्टिक अंडर माय बुर्का को सर्टिफिकेट न दिए जाने के बाद इस फिल्म और इसके निर्माता प्रकाश झा के विरोध में फतवा जारी कर दिया है। भोपाल में मुस्लिम त्योहार कमेटी की मजलिस ए शूरा ने फतवा जारी किया है। फतवे में फिल्म निर्माता प्रकाश झा को भोपाल न आने की चेतावनी भी दी गई है।
'मैं भाजपा में शामिल नहीं हो रहा, ऐसी अफवाह के पीछे व्यापारियों का वोट'

'मैं भाजपा में शामिल नहीं हो रहा, ऐसी अफवाह के पीछे व्यापारियों का वोट'

सपा के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल ने अपने भाजपा में शामिल होने की तैयारी करने को कोरी अफवाह करार देते हुए कहा कि भाजपा व्यापारी वर्ग का वोट ना मिलने के डर से ऐसी झूठी बातें प्रचारित कर रही है। अग्रवाल ने कहा कि उनके भाजपा में जाने की बात कोरी अफवाह है। भाजपा उनसे डरी हुई है, इसीलिये वह ऐसी अफवाहें फैला रही है। यह उनकी छवि खराब करने की साजिश है। वह इस मामले में अदालत तक जाएंगे।
बतौर कलाकार निर्देशक को सौंपने के बाद कसक नहीं होती : नरेंद्र झा

बतौर कलाकार निर्देशक को सौंपने के बाद कसक नहीं होती : नरेंद्र झा

बिहार के मधुबनी से दिल्ली आकर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से इतिहास की पढ़ाई करने के बाद नरेंद्र झा अभिनय में अपना कैरिअर बनाने में जुट गए। छोटे पर्दे पर ‘रावण’ से पहचान मिली और फिर ‘हैदर’, ‘घायल वन्स अगेन’, ‘फोर्स 2’ जैसी फिल्में करने के बाद अब वह 26 जनवरी के मौके पर एक ही दिन रिलीज हो रहीं ‘रईस’ और ‘काबिल’ में आ रहे हैं।
देश में फिल्मकारों के लिए अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है: प्रकाश झा

देश में फिल्मकारों के लिए अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है: प्रकाश झा

अहम सामाजिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर आधारित फिल्म बनाने वाले निर्देशक प्रकाश झा का कहना है कि इस देश में पूरी तरह से राजनीतिक फिल्म बनाना असंभव है, क्योंकि यहां अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है।
केंद्रीय होम्योपैथी परिषद का प्रमुख रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार

केंद्रीय होम्योपैथी परिषद का प्रमुख रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार

गुजरात के एक होम्योपैथी कॉलेज को मंजूरी देने के एवज में 20 लाख रूपए की कथित रिश्वतखोरी के मामले में सीबीआई ने आज केंद्रीय होम्योपैथी परिषद (सीसीएच) के अध्यक्ष डॉ. रामजी सिंह और संदिग्ध बिचौलिये हरिशंकर झा को गिरफ्तार किया है।
ब्यूटी पार्लर, पान पराग, मशीनों से दब रही जातीय पहचान : राहुल गांधी

ब्यूटी पार्लर, पान पराग, मशीनों से दब रही जातीय पहचान : राहुल गांधी

उत्तरप्रदेश में सपा-बसपा के जातीय समीकरण तो भाजपा की ध्रुवीकरण की राजनीति पर वार करते रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अब पेशे से पहचानी जाने वाली जातियों की पहचान की चिंता सताने लगी है। राहुल के अनुसार चमकते ब्यूटी पार्लर और ब्यूटी सैलून नाई जाति, नई टेक्नोलॉजी विश्र्वकर्मा तो पान पराग पान के परंपरागत पेशे से जुड़े चौरसिया समाज के लोगों का न केवल रोजगार छिन रहे हैं बल्कि यह इनकी जातीय पहचान भी मिटा रहे हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने इन जातियों से कहा है कि उनका पेशा ही उनकी सामाजिक पहचान है जिस पर आक्रमण हो रहा है और कांग्रेस उनकी जातीय पहचान बचाने के लिए तैयार है।
अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

'एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' फिल्म को सीधे-सीधे बायोपिक नहीं कहा जा सकता। इसमें सिर्फ महेंद्र सिंह के जीवन की कुछ घटनाएं हैं। नीरज पांडे ने हालांकि पूरी कोशिश की है कि यह एक अच्छी बायोपिक फिल्म लगे। पर कहीं-कहीं लगता है कि धोनी के जीवन की कुछ परतें खुलनी फिर भी बाकी रह गई हैं।
यूपी: गौ तस्करी को लेकर पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प, एक की मौत

यूपी: गौ तस्करी को लेकर पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प, एक की मौत

उत्तर प्रदेश में बलिया जिले में गौ तस्करी के मामले में पुलिस द्वारा कुछ लोगों को गिरफ्तार किए जाने से भड़के भाजपा विधायक और उनके समर्थकों के साथ पुलिस की झड़प हो गई। झड़प ने हिंसक रुप अख्तियार कर लिया जिसमें संदिग्ध परिस्थितियों में एक भाजपा कार्यकर्ता की मौत हो गई।
छुपा ‘रुस्तम’ अक्षय

छुपा ‘रुस्तम’ अक्षय

रुस्तम देखते हुए कई बातें दिमाग में एक साथ चलती हैं। सन 1959 में नानावटी केस पर बनी इस फिल्म को देखते हुए लगता है कि संपादन नीरज पांडे की फिल्मों की सबसे बड़ी खासियत है। शायद यही वजह है कि रुस्तम की धीमी कहानी भी पकड़ छूटने नहीं देती।