असल में म्यामांर के रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हो रही हिंसा के लिए आंग सान सू का विरोध हो रहा है और उनका शांति का नोबेल पुरस्कार वापस लिए जाने की मांग की जा रही है।
यह मुलाकात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् द्वारा उत्तर कोरिया पर उसकी पहली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के सफल परीक्षण को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों के एक दिन बाद हुई है।