भोपाल के यूनियन कार्बाइड कारखाने से दो और तीन दिसंबर 1984 के बीच की रात को जहरीली गैस रिसने से करीब 15,000 लोगों की मौत हो गयी थी और लाखों लोग प्रभावित हुए थे।
देश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। बिहार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और असम में इस आपदा की चपेट में आने से कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की तरफ से मीरा कुमार के नाम की घोषणा करने के बाद बिहार के सीएम नीतीश ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा था कि 'बिहार की बेटी' को हार के लिए क्यों चुना गया। उन्होंने कहा था कि संप्रग सरकार के कार्यकाल में दो बार अवसर आए, तो उस समय क्यों नहीं उन्हें उम्मीदवार बनाया।