पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान की घटनाओं और राज्य में हो रहे प्रदर्शन के मद्देनजर 14 से 28 नवंबर तक होने वाले छठे विश्व कबड्डी कप को रद्द करने का एलान किया।
विधि आयोग को एक स्थायी संस्था का रूप देने के प्रस्ताव को फिलहाल सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है और हर तीन साल पर पुनर्गठन की मौजूदा व्यवस्था को जारी रखने का फैसला किया है।
वरिष्ठ अधिवक्ता एचएस फुल्का ने आम आदमी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। फुल्का के इस्तीफे से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि फुल्का ने पार्टी पदों से अपने इस्तीफे की वजह 84 सिख दंगे मामले पर ध्यान केंद्रित करने को बताया है। लेकिन इसके बावजूद कई प्रश्न उठ रहे हैं।
झारखंड सरकार ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की फिल्म मैसेंजर ऑफ गॉड (एमएसजी-2) को राज्य में प्रतिबंधित कर दिया। फिल्म को कथित तौर पर आदिवासियों के संबंध में की गई विवादित टिप्पणियों के चलते प्रतिबंधित किया गया है।
25 साल बाद पंजाब का अमन भंग कर गुरदासपुर में खेला गया आतंक का खेल बताता है कि सब कुछ सामान्य नहीं है। जम्मू-कश्मीर की सीमा पार कर दहशतगर्दों ने यह संदेश दिया कि वे जम्मू-कश्मीर के अलावा और भी कहीं हिंसा को अंजाम दे सकते हैं। गुरदासपुर हमले में एक पुलिस अधीक्षक सहित सात लोगों की हत्या कर दहशतगर्दों ने एक दफा फिर पंजाब को खौफजदा कर दिया है।
आंतकवादी हमले दौरान अपनी जान न्यौछावर करने वाले एसपी (डी) बलजीत सिंह की शानदार सेवाओं को मान्यता देते हुए पंजाब सरकार ने उनके पुत्र को डीएसपी नियुक्त करने के अतिरिक्त परिवार को 25 लाख रूपये की एक्सग्रशिया ग्रांट देने का निर्णय किया है।
गुरदासपुर में जारी आतंकी हिंसा में जिले के एसपी-डिटेक्टिव बलजीत सिंह समेत पुलिस के कई जवान शहीद हो गए हैं। मरने वालों में दो कैदी और तीन नागरिक भी शामिल हैं। सुबह से चल रही इस मुठभेड़ में करीब 12 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि कई लोग घायल हैं। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी भी मारे गए।
आज सुबह पंजाब के गुरदासपुर में आतंकी हमला शुरू होते ही ट्विटर पर खालिस्तान ट्रेंड करने लगा। हालांकि, अभी तक हमलावर आतंकियों की पहचान सार्वजनिक नहीं हुई है लेकिन पंजाब में आतंक की वापसी को खालिस्तान की दस्तक के तौर पर देखा जा रहा है। इंटेलिजेंस एजेंसियों के आगाह करने के बावजूद पंजाब सरकार पंजाब में आतंकी हमला रोक पाने में असमर्थ रही। बीते वर्षों में एक नहीं बल्कि कई ऐसी घटनाएं हुईं जो बता रही थीं कि पंजाब की शांति भंग हो सकती है। आउटलुक ने इसके बारे में पिछले माह जून की शुरुआत में ही आगाह कर दिया था।