लालू और नीतीश के बीच खींचतान का आलम साफ तौर पर बढ़ता दिखाई दे रहा है। अब बिहार में महागठबंधन के बने रहने पर भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं। एक ओर जहां नीतीश सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है, वहीं लालू यादव और पार्टी उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की कुर्सी में आंच नहीं आने देना चाह रहे हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी एकता को मजबूत बनाए रखने में कुछ हद तक चूकी कांग्रेस अब फिर से विपक्षी दलों को एकजुट करने में लग गई है। अब विपक्षी दलों ने गोपालकृष्ण गांधी को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने चीनी राजदूत के साथ मुलाकात को स्वीकार करते हुए कहा है कि मैंने चीनी राजदूत के साथ-साथ भूटान के राजदूत और पूर्व एनएसए शिव शंकर मेनन से भी मुलाकात की थी। इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति की अहमदाबाद में झूला झूलते हुए फोटों शेयर की और कहा 'यह मैं नहीं हूं"। इसके साथ ही उन्होंने पिछले दिनों तीन केंद्रीय मंत्रियों की चीन यात्रा पर भी सवाल उठाएं।
'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"