राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने पाक अधिकृत कश्मीर में अंजाम दिए गए लक्षित हमले के लिए भारतीय सेना की जमकर तारीफ की। उन्होंने इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही भाजपा का मजाक उड़ाया।
भाजपा की लंबे समय से सहयोगी शिवसेना ने लखनऊ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दशहरा मनाने की योजना पर कटाक्ष किया है। शिवसेना ने कहा है कि लखनऊ जाकर मोदी अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनाने की घोषणा करें।
अभिनेत्री और भारतीय जनता पार्टी की सदस्य रूपा गांगुली को आज राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया। रूपा ने लोकप्रिय धारावाहिक महाभारत में द्रौपदी का किरदार अदा किया था।
यूं तो हर राज्यसभा में होता है कि वहां से सांसद होने के लिए भौगोलिक सीमाएं पत्थर पर खींची हुई लकीर नहीं होती हैं। फिर भी मध्य प्रदेश कुछ मायनों में अलग है। तमिलनाडु के पार्टी अध्यक्ष इला गणेशन के मध्य प्रदेश से राज्यसभा में नामित होने के बाद कई स्थानीय नेता और दूसरे उत्तर भारतीय नेताओं के मंसूबों पर पानी फिर गया।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद ने आरोप लगाया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की पाक नीति में स्थायित्व नहीं है और वह यह तय नहीं कर पाई है कि उड़ी हमले के बाद क्या नीति अपनाए।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अपने बलबूते लड़ने का एलान कर चुके राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अध्यक्ष अजित सिंह ने आज अपना रुख बदलते हुए डॉ. राम मनोहर लोहिया और चौधरी चरण सिंह की नीतियों में विश्वास रखने वाले दलों को आपसी मतभेद भुलाकर एक मंच पर आने का आग्रह किया।
समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने राम गोपाल यादव के दो निकट संबंधियों को निष्कासित कर दिया। उनके इस कदम से परिवार में एक बार फिर तनाव पैदा होने की आशंका है।
राज्यसभा सांसद सुभाष चंद्रा का कहना है कि कोई भी भाषा हिन्दी का स्थान नहीं ले सकती क्योंकि यह आम आदमी की भाषा है। ऐसे में हिन्दी को उच्च शिक्षा में शिक्षा का माध्यम (एमओआई) बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए। चंद्रा ने यह बातें साहित्य अकादमी द्वारा हिन्दी दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहीं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा उठा दिया है। उन्होंने अयोध्या में विवादित जगह परराम मंदिर निर्माण ही बनाए जाने पर जोर दिया है। मोहन भागवत के अनुसार, इस मसले पर कभी भी हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विवाद नहीं रहा। कुछ स्वार्थी तत्वों ने इसे राजनीतिक हित साधन के लिए सांप्रदायिक मसला बना डाला है।