ओलंपिक में जगह पक्की करने के बाद भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण (75 किग्रा) को बाकू (अजरबैजान) में अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) विश्व क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा क्योंकि माथे पर चोट लगने के कारण वह सेमीफाइनल मुकाबले में भाग नहीं ले पाएंगे।
हल्के-फुल्के अंदाज वाले पारिवारिक शो दिखाने में सब टी.वी. का कोई जवाब नहीं। ‘असली मजा सब के साथ आता है’ के नारे के साथ हर घर में मनोरंजन परोस रहा यह चैनल अब दर्शकों की ही भेजी उन्हीं के परिवार की कहानियों पर एक नया शो ‘खिड़की’ लेकर आ रहा है।
एशियाई खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता विकास कृष्ण (75 किग्रा) बाकू (अजरबेजान) में चल रहे विश्व ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाले तीसरे भारतीय मुक्केबाज बने और अगस्त में होने वाले रियो खेलों में जगह बनाने से वह सिर्फ एक जीत दूर हैं।
ओलंपिक में क्वालीफाई करने का अतिरिक्त मौका सुनिश्चित करने को बेताब विश्व चैम्पियनशिप के पूर्व कांस्य पदक विजेता विकास कृष्ण (75 किग्रा) कल अंतरराट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) की प्रो मुक्केबाजी फाइनल नाइट में कीनिया के निकसन अबाका से भिड़ेंगे।
राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता एल. देवेंद्रो सिंह (49 किग्रा) और एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता विकास कृष्ण (75 किग्रा) अजरबेजान के बाकू में 16 जून से शुरू हो रहे एआईबीए विश्व ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में नौ सदस्यीय भारतीय टीम की चुनौती की अगुआई करेंगे।
अपनी सरकार के कामकाज की आलोचना करने वालों को आड़े हाथ लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी दो साल पुरानी सरकार ने 700 से ज्यादा योजनाएं शुरू की हैं और फिर भी अगर कुछ काम नहीं भी हो सके हैं तो भी मैं देश को गलत राह पर नहीं जाने दूंगा।
लगता है शाहिद कपूर को अंदाजा नहीं है कि शादी के बाद खर्चे बढ़ जाते हैं। इस बात का अंदाजा होते ही वह सिर्फ बढ़िया काम करना चाहेंगे, ‘शानदार’ के चक्कर में नहीं पड़ेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, संभवतः नीतीश और भारती यादव अपने दोस्त की शादी में जिस तरह डांस कर रहे थे उसने भारती के भाइयों विकास और विशाल को गुस्सा दिला दिया और उन्होंने नीतीश का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी।
व्यापमं को घोटाला कहा जाए या डेथ-ट्रैप यानी मौत का जाल या फिर मौत का बरमूडा त्रिकोण...। एक बात साफ है कि इसके पास जाने वाले या इसमें शामिल लोगों की मौतों का आंकड़ा जिस तेजी से बढ़ा, उसने इसे भारत के सबसे रहस्यमय खौफनाक घोटाले में तब्दील कर दिया। ऐसा रहस्य जो बड़ी-बड़ी आपराधिक गाथाओं को मात देने को आतुर हो।