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हॉलीवुड आभिनेत्री मेरिल स्ट्रीप ने डोनाल्ड ट्रंप पर साधा निशाना

हॉलीवुड आभिनेत्री मेरिल स्ट्रीप ने डोनाल्ड ट्रंप पर साधा निशाना

गोल्डन ग्लोब्स में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड हासिल करते हुए हॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री मेरिल स्ट्रीप ने डोनाल्ड ट्रंप की विभाजनकारी भाषणबाजी की कड़ी आलोचना की और उन्हें एक ऐसा दबंग बताया, जो दूसरों को प्रताड़ित करता है। इसके जवाब में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने उन्हें हिलेरी प्रेमी बताकर खारिज कर दिया।
आईसीसी वार्षिक पुरस्कारों में अश्विन को दोहरी खुशी

आईसीसी वार्षिक पुरस्कारों में अश्विन को दोहरी खुशी

रविचंद्रन अश्विन को आईसीसी वार्षिक पुरस्कारों में आज दोहरी खुशी मिली तथा जहां उन्होंने आईसीसी का वर्ष का क्रिकेटर बनने के लिये सर गारफील्ड सोबर्स ट्राफी हासिल की वहीं उन्हें आईसीसी का वर्ष का टेस्ट क्रिकेटर भी चुना गया।
पुरस्कार आपको काम नहीं दिलाते - मनोज

पुरस्कार आपको काम नहीं दिलाते - मनोज

फिल्म जगत में अपने करीब दो दशक के करियर में मनोज बाजपेयी ने कई पुरस्कार अपने नाम किए हैं लेकिन अभिनेता का मानना कि ये आपको और काम दिलाने के वादे के साथ नहीं आते लेकिन असली प्रतिभा को पहचान जरूर देते हैं।
हिन्दी में नासिरा शर्मा और अंग्रेजी में जेरी पिंटो को साहित्य अकादमी पुरस्कार

हिन्दी में नासिरा शर्मा और अंग्रेजी में जेरी पिंटो को साहित्य अकादमी पुरस्कार

इस वर्ष साहित्य अकादमी का प्रतिष्ठित पुरस्कार हिन्दी के लिए नासिरा शर्मा, उर्दू के लिए निज़ाम सिद्दीकी, अंग्रेजी के लिए जेरी पिंटो और संस्कृत के लिए सीतानाथ आचार्य शास्त्री सहित 24 भाषाओं के रचनाकारों को देने का आज ऐलान किया गया।
एकता हमारे वैविध्य का ही प्रतीक है: कपिल कपूर

एकता हमारे वैविध्य का ही प्रतीक है: कपिल कपूर

साहित्य अकादेमी की ‘राष्ट्रीय भावात्मक एकता: भारतीय भाषा और साहित्य के संदर्भ में’ विषयक दो दिवसीय संगोष्ठी के समापन पर कपिल कपूर ने कहा, भारत का एकत्व ज्ञान की परंपरा के कारण ही है।
‘भाषा का कोई धर्म नहीं होता, बल्कि मजहब को भाषा की जरूरत होती है’

‘भाषा का कोई धर्म नहीं होता, बल्कि मजहब को भाषा की जरूरत होती है’

उर्दू जबान की तरक्की के लिए फिक्रमंद साहित्यकारों और शिक्षाविदों का मानना है कि इस भाषा को सिर्फ मुसलमानों की जबान के तौर पर पेश कर एक दायरे में सीमित करने की कोशिशें की जा रही हैं जबकि असलियत यह है कि यह पूरे देश में और विभिन्न समुदायों में बोली जाती है और इसके विकास में सभी का अहम योगदान है। इसके अलावा उर्दू और हिंदी छोटी और बड़ी बहने हैं और इनमें आपस में कोई टकराव नहीं है।
सलमान को नहीं चाहिए अवॉर्ड्स

सलमान को नहीं चाहिए अवॉर्ड्स

बजरंगी भाईजान की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर भले ही कमाई के सारे रेकॉर्ड तोड़ देती हों, उनके चाहने वाले हर बार उन्हें ही श्रेष्ठ अभिनेता की ट्रॉफी उठाए देखना चाहते हों मगर खुद सलमान ऐसा नहीं चाहते।
मैं काल्पनिक नहीं प्रामाणिक पर भरोसा करता हूं-रामदरश मिश्र

मैं काल्पनिक नहीं प्रामाणिक पर भरोसा करता हूं-रामदरश मिश्र

गीत, कविता, कहानियां, गजल, निबंध हर विधा में रामदरश मिश्र ने अपनी कलम चलाई है। वह नामी साहित्यकार से पहले संवेदनशील, उदार, स्नेहशील, सहज और सहृदयी व्यक्तित्व के स्वामी हैं। सन 2015 का साहित्य अकादमी पुरस्कार उनकी पुस्तक आग की हंसी के लिए देने की घोषणा हुई है। इस मौके पर साहित्य अकादमी, दिल्ली, के सभागार रामदरश मिश्र जी ‘लेखक से मिलिए’ कार्यक्रम में अपने पाठकों, प्रशंसकों से रूबरू हुए।
साहित्य अकादेमी युवा पुरस्कार

साहित्य अकादेमी युवा पुरस्कार

साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष डॉ. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी द्वारा 23 भारतीय भाषाओं के युवा रचनाकारों को साहित्य अकादेमी युवा पुरस्कार-2015 प्रदान किए गए। विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने कहा, कोई भी पुरस्कार या राशि तो वापस की जा सकती है किंतु प्राप्त सम्मान कभी वापस नहीं किया जा सकता। यह स्वयं द्वारा अर्जित होता है और समाज यानी ‘लोक’ की इसमें महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है।
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