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बसपा और अपने समाज के गद्दार थे मौर्य, अब कभी नहीं होगी वापसी: मायावती

बसपा और अपने समाज के गद्दार थे मौर्य, अब कभी नहीं होगी वापसी: मायावती

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने हाल में पार्टी छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को बसपा और अपने समाज के प्रति गद्दार करार देते हुए कहा कि उनकी गलती की सजा उनके समाज को नहीं दी जाएगी और मौर्य की पार्टी में अब दोबारा कभी वापसी नहीं होगी।
एमपी: राज्यसभा के लिए तन्खा को मिला मायावती का समर्थन

एमपी: राज्यसभा के लिए तन्खा को मिला मायावती का समर्थन

मध्यप्रदेश से राज्यसभा के कांग्रेस उम्मीदवार और वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा के लिए थोड़ी राहत की खबर है। राज्य में चार विधायकों वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने तनखा को समर्थन देने की घोषणा की है।
जरूरत पड़ी तो मोदी से भी हाथ मिला सकते हैं केजरीवाल: भूषण

जरूरत पड़ी तो मोदी से भी हाथ मिला सकते हैं केजरीवाल: भूषण

जाने-माने वकील और पूर्व आप नेता प्रशांत भूषण ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर पूरी तरह बेइमान होने का आरोप लगाया और कहा कि आप प्रमुख अपने व्यक्तिगत हित के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी हाथ मिला सकते हैं।
सूरज के मुखड़े पर कल बिंदिया की तरह चमकेगा बुध ग्रह

सूरज के मुखड़े पर कल बिंदिया की तरह चमकेगा बुध ग्रह

सौर मंडल में 10 साल बाद एक दुर्लभ खगोलीय घटना का संयोग बन रहा है। नौ मई को सूर्य के सामने बुध ग्रह एक काले बिंदु की तरह गुजरता दिखाई देगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक ऐसा अद्भुत नजारा होगा जो नई पीढ़ी खासकर स्कूल एवं कालेज के छात्रों की खगोल जगत के संबंध में कौतुहल को दूर करने के साथ ही उन्हें सौर मंडल की आकाशीय घटना से रूबरू कराएगा।
चार साल में 11 परमाणु वैज्ञानिकों की अस्वाभाविक मौत

चार साल में 11 परमाणु वैज्ञानिकों की अस्वाभाविक मौत

परमाणु ऊर्जा विभाग के ताजा आंकड़े बताते हैं कि सन 2009 से लेकर 2013 के बीच अब तक 11 भारतीय परमाणु वैज्ञानिकों की संदिग्‍ध स्थितियों में या अस्वाभाविक मौत हुई है। हरियाणा के राहुल सहरावत ने आरटीआई के जरिये 21 सितंबर को यह जानकारी मांगी थी।
भारतीय हाॅकी के इतिहास की नायाब धरोहर गायब

भारतीय हाॅकी के इतिहास की नायाब धरोहर गायब

भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के अधिकारियों के उदासीन रवैये के कारण भारतीय हाॅकी के स्वर्णिम इतिहास की नायाब धरोहर गायब हो चुकी है और साई को महान ओलंपियन बलबीर सिंह सीनियर द्वारा 1985 में दान में दी गई यादगार धरोहरों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
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