डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान के बीच वस्तु एवं सेवा कर :जीएसटी: के मोर्चे पर अच्छी खबरों से बंबई शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी का सिलसिला जारी रहा तथा सेंसेक्स 116 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रुझानों में डोनाल्ड ट्रंप की बढ़त तथा अरबों डालर मूल्य के 500 और 1,000 के नोट बंद करने की घोषणा के बाद आज शुरुआती कारोबार में बंबई शेयर बाजार में जोरदार गिरावट आई। बाजार खुलने के सेकेंडों के भीतर ही सेंसेक्स 1,689 अंक टूट गया। इससे निवेशकों की 6 लाख करोड़ रुपये की पूंजी डूब गई।
वैश्विक बाजारों में तेजी के रुख के बीच मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले निवेशकों की लिवाली के चलते घरेलू शेयर बाजारों में तेजी सोमवार को तीसरे दिन भी तेजी जारी रही। एनएसई का निफ्टी 15 महीने के उच्च स्तर 8711.35 अंक और बीएसई 104 अंक चढ़कर 28,182.57 अंक पर बंद हुआ।
बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक गुरुवार को कारोबार के शुरआती दौर में ही 400 अंक से अधिक टूटकर 25,000 अंक से नीचे उतर गया। चीन के बाजारों में बिकवाली का दौर आज भी जारी रहने से घरेलू बाजारों में भी गिरावट रही।
शेयर बाजारों में तेज गिरावट के चलते आज निवेशकों की कुल संपत्ति एक लाख करोड़ रुपये से अधिक घट गई। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.36 लाख करोड़ रुपये से घटकर 93.33 लाख करोड़ रुपये रह गया।
मानसून की बारिश इस बार सामान्य से और कम होने की आशंका है। पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि इस बार बारिश सामान्य से 12 प्रतिशत कम रह सकती है। इस आशंका ने शेयर बाजार की सेहत भी बिगाड़ दी है और मंगलवार को सेंसेक्स 600 अंक से ज्यादा लुढ़क गया।
ऐसा लगता है कि मोदी सरकार का पहला साल कारोबारी जगत को रास नहीं आ रहा। तभी तो शेयर बाजार लगातार बेजार होता जा रहा है और सेंसेक्स पिछले चार महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
एशियाई बाजार में तेजी के रुख के बीच कारोबारियों द्वारा चुनिंदा क्षेत्र के शेयरों की खरीद बढ़ाए जाने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सेमवार के शुरुआती कारोबार में 291 अंक मजबूत होकर 27,302.63 अंक पर पहुंच गया।