दक्षिणी कश्मीर में मंगलवार शाम को आंतकियों ने सिलसिलेवार 6 हमले किए। हमले में करीब 13 जवान घायल हो गए। आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों की चार राइफलें भी लूट ली।
आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव अपना 70वां जन्मदिन मना रहे हैं। साथ ही उन पर आरोपों की झड़ी भी हो रही है। उनके जन्म दिवस के दिन भी भाजपा नेता सुशील मोदी ने आरोप लगाए।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आप समेत भाजपा व कांग्रेस को विदेशी से मिले चंदे से स्रोत का ब्यौरा देने के लिए 15 दिन का अतिरिक्त समय दिया है। हाल में आप पर हवाला के जरिए पार्टी फंड में लगे आरोपों के बाद मंत्रालय की इस कार्रवाई को अहम माना जा रहा है।
जम्मू के रहने वाले असिस्टेंट कमांडेंट नबील अहमद वानी ने सरकार को एक पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि आतंकवादी उनको और उनकी बहन को धमकी दे रहे हैं। नबील अहमद वानी असिस्टेंट कमांडेंट गत वर्ष बीएसएफ असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा में अव्वल आए थे।
अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो रोहतक गैंगरेप मामले की पीड़िता की जान व इज्जत को बचाया जा सकता था। परिजनों ने पुलिस को एक महीने पहले शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने समय रहते कदम नहीं उठाया।
बसपा से निष्कासित नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बसपा अध्यक्ष मायावती के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती पर उनसे 50 करोड़ रुपये मांगने और मुस्लिम समुदाय के लिए अपशब्द इस्तेमाल करने के आरोप लगाए थे, जिनका मायावती ने तुरंत जबाव दिया है।
कांग्रेस ने भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा कि मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) के कृषि आय पर टैक्स लगाने की वकालत करने के साथ ही इस मामले पर भाजपा का पर्दाफाश हो गया है।
भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर मुश्किल में फंसे अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अब लोग खुलकर बोल रहे हैं। ऐसे ही खुलकर बोलते समय भाजपा के एक विधायक मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ गए। उन्होंने न केवल केजरीवाल के माता-पिता के बारे में गंदी बात कही, बल्कि उनके लिए अपशब्द भी बोले। हालांकि भाजपा आलाकमान ने विधायक समेत ऐसे सभी नेताओं को सख्त हिदायत दी है, जो केजरीवाल के खिलाफ ऐसे शब्द बोल रहे थे।
सुब्रह्मण्यन स्वामी के लगातार आरोपों से अब भाजपा के भी कुछ नेता परेशान हो गए हैं। उन्होंने मांग की है कि स्वामी को बेकार के बयान देने से रोका जाए। इनकी राय है कि स्वामी के आरोपों से सरकार की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। उसके कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं स्वामी को अब पार्टी चुप रहने की हिदायत दे सकती हैं।