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निर्भया मामले में DCW का तिहाड़ जेल को नोटिस, दोषियों को जल्द सजा-ए-मौत देने की कही बात

निर्भया मामले में DCW का तिहाड़ जेल को नोटिस, दोषियों को जल्द सजा-ए-मौत देने की कही बात

दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने दिसंबर 2012 के चर्चित निर्भया बलात्कार और हत्या मामले में दोषियों के...
कमजोरी से बेहोश हुई थी इंद्राणीः जेल आईजी

कमजोरी से बेहोश हुई थी इंद्राणीः जेल आईजी

अपनी ही बेटी शीना वोरा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार इंद्राणी मुखर्जी की बीमारी के बारे में जेल प्रशासन ने नया दावा किया है। मुंबई के जेल आईजी ने दावा किया है कि इंद्राणी मुखर्जी दवा की अधिक मात्रा या किसी जहर के कारण बेहोश नहीं हुई थी बल्कि वह अत्यधिक कमजोरी के कारण गिर गई थीं। उन्होंने कहा कि इंद्राणी ने पिछले कुछ समय से दवा लेना बंद कर दिया था और इस तरह से बेहोश होने का उनका पुराना इतिहास रहा है।
तिहाड़ में सेंध लगाकर दो कैदी फरार, एक पकड़ा गया

तिहाड़ में सेंध लगाकर दो कैदी फरार, एक पकड़ा गया

चार्ल्‍स शोभराज और फूलन देवी के हत्‍यारे शेर सिंह राणा की तर्ज पर दो कैदी तिहाड़ की सुरक्षा व्‍यवस्‍था को चकमा देने में कामयाब रहे। इनमें एक को पुलिस ने पकड़ लिया है जबकि दूसरा फरार है। तिहाड़ में सेंध लगने की घटना से दिल्‍ली पुलिस और गृह मंत्रालय में हड़कंप मच गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने जगाई सुब्रत रॉय की रिहाई की आस

सुप्रीम कोर्ट ने जगाई सुब्रत रॉय की रिहाई की आस

उच्चतम न्यायालय ने कहा कि सहारा प्रमुख सुब्रत राय की जेल से रिहाई 5,000 करोड़ रुपये नकद जमा करने और 5,000 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी देने पर निर्भर करती है।
भुल्लर को अमृतसर भेजना राजनीतिक कदम

भुल्लर को अमृतसर भेजना राजनीतिक कदम

दिल्ली में 1993 के बम विस्फोट मामले में दोषी करार दिए गए प्रो. देवेन्दर पाल सिंह भुल्लर को कड़ी पुलिस सुरक्षा में दिल्ली की तिहाड़ जेल से अमृतसर के केंद्रीय कारागार ले जाया गया। एंबुलेंस में लाए गए भुल्लर को दिल्ली पुलिस की सशस्त्र टीम की सुरक्षा में लाया गया। इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो चुकी है। वर्ष 2017 में पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर इसे एक राजनीतिक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।
कोबाड गांधी के अनशन के बाद हरकत में आया तिहाड़ प्रशासन

कोबाड गांधी के अनशन के बाद हरकत में आया तिहाड़ प्रशासन

माओवादी विचारक कोबाड गांधी पिछले करीब पांच साल से तिहाड़ जेल में हैं। जेल से लिखे एक पत्र में कोबाड गांधी ने अपने साथ हुए उत्‍पीड़न और भूख हड़ताल पर जाने की मजबूर को बयां किया है।
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