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जापान के ओहसुमी को कोशिकाओं के पुनर्चक्रण पर नोबेल चिकित्सा पुरस्कार

जापान के ओहसुमी को कोशिकाओं के पुनर्चक्रण पर नोबेल चिकित्सा पुरस्कार

जापान के योशिनोरी ओहसुमी ने सोमवार को आॅटोफैगी से संबंधित अपने काम के लिए इस साल का नोबल चिकित्सा पुरस्कार जीता। आॅटोफैगी एक एेसी प्रक्रिया है, जिसमें कोशिकाएं खुद को खा जाती हैं और उन्हें बाधित करने पर पार्किंसन एवं मधुमेह जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
आसाराम होना चाहते हैं जवान, नर्स के गाल लगते हैं उन्‍हें कश्‍मीरी सेब जैसे

आसाराम होना चाहते हैं जवान, नर्स के गाल लगते हैं उन्‍हें कश्‍मीरी सेब जैसे

नाबालिग के यौन शोषण के आरोप में जोधपुर की जेल में बंद आसाराम अब भी नहीं सुधर रहे हैं। मीडिया की रिपोर्ट के अनुुसार हाल ही में मेडिकल चेकअप के लिए आसाराम को जोधपुर से दिल्ली के एम्स लाया गया था। जहां आसाराम ने एम्स के नर्स के गालों की तुलना कश्मीरी सेब से कर दी, जिससे वो झेंप गई।
बीवी की लाश ढोने वाले दाना मांझी को मिले नौ लाख, बहरीन के शेख का मरहम

बीवी की लाश ढोने वाले दाना मांझी को मिले नौ लाख, बहरीन के शेख का मरहम

ओडिशा में एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से बीवी के शव को 12 किलोमीटर तक ढोने वाले दाना मांझी नौ लाख का चेक लेने ओडिशा से दिल्‍ली विमान से आए। उन्हें बहरीन दूतावास ने बुलाकर अपने शेख की तरफ से भिजवाया हुआ 8.87 लाख का चेक दिया।
देश के टॉप अमीरों की सूची में आचार्य बालकृष्ण 25 वें नंबर पर

देश के टॉप अमीरों की सूची में आचार्य बालकृष्ण 25 वें नंबर पर

योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पंतजलि आयुर्वेद के प्रमोटर आचार्य बालकृष्ण देशभर के शीर्षस्‍थ अमीरों में शामिल हो गए हैं। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट- 2016 में अमीर आदमियों की कतार में आचार्य बालकृष्ण को 25 वां स्‍थान मिला है। आचार्य बालकृष्ण रामदेव के सबसे भरोसेमंद शख्‍स हैं।
एमपी के कुनबे में कलह, भाजपा के आला नेता दिल्ली तलब

एमपी के कुनबे में कलह, भाजपा के आला नेता दिल्ली तलब

मध्‍य प्रदेश में कैडरबेस माने जाने वाली भाजपा के कुनबे में लगातार बढ़ती कलह ने पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं को भी चिंता में डाल दिया है। प्रदेश के नेताओं द्वारा अपनी ही सरकार और संगठन को लेकर दिए जा बयानों को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश संगठन के नेताओं को दिल्ली बुलाया।
मधुमेह, अस्थमा और बीपी के मरीज भी कर सकते हैं नेत्रदान

मधुमेह, अस्थमा और बीपी के मरीज भी कर सकते हैं नेत्रदान

देश में इस समय लाखों लोग नेत्रदान के जरिए आंखों की रोशनी पाने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन कई प्रकार की भ्रांतियों के चलते आज भी लोग उतनी संख्या में नेत्रदान के लिए आगे नहीं आ रहे हैं जितनी जरूरत है। सच्चाई यह है कि मधुमेह, अस्थमा और ब्लड प्रेशर के मरीज भी आसानी से नेत्रदान कर सकते हैं।
सत्र के अंत में टेस्ट में नंबर एक टीम बन सकता है भारत : धोनी

सत्र के अंत में टेस्ट में नंबर एक टीम बन सकता है भारत : धोनी

भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का मानना है कि विराट कोहली की अगुआई वाली भारत की टेस्ट टीम घरेलू सत्र के अंत में खेल के लंबे प्रारूप में शीर्ष रैंकिंग फिर हासिल कर सकती है जिसमें टीम को न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के खिलाफ 13 टेस्ट खेलने हैं।
ओडिशा: शव की हड्डियां तोड़कर ढोने के मामले में एएसआई निलंबित

ओडिशा: शव की हड्डियां तोड़कर ढोने के मामले में एएसआई निलंबित

ओडि़शा के बालेश्वर जिले में एक वृद्ध महिला के शव के साथ अमर्यादित व्यवहार कर अपने कर्तव्य का उचित निर्वहन नहीं करने के मामले में राजकीय रेल पुलिस के एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) को निलंबित कर दिया गया।
कालाहांडी के बाद बालासोर, लाश की हड्डियां तोड़ गठरी बनाकर बांस के डंडे से ढोया

कालाहांडी के बाद बालासोर, लाश की हड्डियां तोड़ गठरी बनाकर बांस के डंडे से ढोया

एंबूलेंस नहीं देने के बाद ओडिशा के कालाहांडी में पत्नी की लाश को 10 किलोमीटर तक कंधे पर ढोने के मामले पर अभी भी बहस जारी है, इसी बीच इसी तरह का एक और प्रकरण सामने अाया है। राज्‍य के बालासोर में अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिलने के बाद महिला के मृत शरीर की हड्डियां तोड़ उसकी गठरी बनाकर बांस के डंडे और मजदूरों के जरिये उसे ढोकर स्टेशन तक पहुंचाया गया।
एमपी में दबंग ने शवयात्रा का रोका रास्‍ता,तालाब से होते हुए श्‍मशान घाट पहुंची

एमपी में दबंग ने शवयात्रा का रोका रास्‍ता,तालाब से होते हुए श्‍मशान घाट पहुंची

मध्‍यप्रदेश में जबलपुर के पनागर के बिहर गांव में मानवता को शर्मसार करनेे वाला मामला सामने आया है। जिसके बाद भाजपा शासित इस राज्‍य की सामाजिक समरसता पर सवालिया निशान उठने लगे हैं। गांव में एक दबंग ने अपनी जमीन से शवयात्रा ले जाने की अनुमति नहीं दी। मजबूरन लोगों को तालाब के बीच चार फीट पानी से शव को श्‍मशान घाट तक ले जाना पड़ा। मुसबीत यहीं कम नहीं हुई बल्कि लोग जब श्मशानघाट पहुंचे तो वहां पर सरकार की जमीन पर धान बोया गया था। नतीजन शव का अंतिम संस्‍कार निजी जमीन पर किया गया।
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