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ट्रंप की भद्दी टिप्पणी सामने आने के बाद क्लिंटन के पक्ष में झुके भारतीय अमेरिकी

ट्रंप की भद्दी टिप्पणी सामने आने के बाद क्लिंटन के पक्ष में झुके भारतीय अमेरिकी

अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की महिलाओं को लेकर भद्दी टिप्पणी सामने आने के बाद भारतीय अमेरिकियों ने उसे निराशाजनक बताते हुए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को समर्थन देने की घोषणा की।
बिखर रहा है रिपब्लिकन चुनाव अभियान, लेकिन ट्रंप अब भी अडिग

बिखर रहा है रिपब्लिकन चुनाव अभियान, लेकिन ट्रंप अब भी अडिग

महिला विरोधी अश्लील टिप्पणियों के उजागर होने के बाद रिपब्लिकन पार्टी के अनेक शीर्ष नेताओं ने राष्ट्रपति पद के पार्टी उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से किनारा कर लिया है जिससे ट्रंप की चुनावी मुहिम ताश के पत्ते की तरह बिखरती जा रही है। इस सबके बावजूद विवादित अरबपति ट्रंप चुनावी दौड़ से हटने से इनकार कर रहे हैं।
वीडियो टेप में महिलाओं पर अश्लील टिप्पणियां करते दिखे ट्रंप

वीडियो टेप में महिलाओं पर अश्लील टिप्पणियां करते दिखे ट्रंप

अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की प्रचार मुहिम को वर्ष 2005 का उनका एक ऐसा वीडियो टेप सामने आने से बड़ा झटका लगा है जिसमें वह महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां करते दिखाई दे रहे हैं और इसके कारण ट्रंप को लोगों से माफी मांगनी पड़ी।
'हर बार हमने शुरू की जंग, भारत से कभी कोई खतरा नहीं'

'हर बार हमने शुरू की जंग, भारत से कभी कोई खतरा नहीं'

भारत-पाक के बीच तनाव के माहौल में इन दिनों पाकिस्तानी वायुसेना के पूर्व प्रमुख एयर मार्शल असगर खान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर हो रहा है। 2011 के एक इंटरव्यू में खान ने पाकिस्तान के डिफेंस प्रमुखों को भ्रष्ट बताते हुए कहा था कि पाकिस्तान की भारत नीति हमेशा से गलत रही है, जबकि पाक को भारत की ओर से कभी खतरा नहीं रहा है। असगर ने कहा था कि पाकिस्तानी हुकूमत और डिफेंस के लोग अपने फायदे के लिए भारत के खिलाफ युद्ध की भावनाएं भड़काते रहते हैं, जबकि असलियत में पाक को भारत से कभी कोई खतरा नहीं रहा।
पाक की साजिशों को 1961 में पहले ही भांप लिए थे दीनदयाल उपाध्‍याय

पाक की साजिशों को 1961 में पहले ही भांप लिए थे दीनदयाल उपाध्‍याय

भाजपा की विचारधारा पर अमिट छाप छोड़ने वाले अमर विचारक दीनदयाल उपाध्याय ने 1961 में ही पाकिस्तान की नीयत को भांप लिया था। उन्होंने उस समय कहा था कि अधिक जमीन और पानी की पाकिस्तान की मांगों को स्वीकार कर भारत रणनीतिक तौर पर युद्ध हार रहा है। इससे भविष्य में दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा था कि भारत के सीमावर्ती इलाकों में ऐसे लोग नहीं होने चाहिए जिनकी 'ईमानदारी पर शक हो' और 'भारत की सीमा के कम से कम 15 मील के क्षेत्र में ऐसे लोग होने चाहिए जिन पर भरोसा किया जा सके।'
ट्रंप ने 12 देशों को की नौकरियों की आउटसोर्सिंग : हिलेरी

ट्रंप ने 12 देशों को की नौकरियों की आउटसोर्सिंग : हिलेरी

अमेरिकी राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 12 देशों को नौकरियों की आउटसोर्सिंग की। उन्होंने कहा कि यदि वह निर्वाचित होती हैं तो वह उन कंपनियों पर कर लगाएंगी जिन्होंने विदेशों को नौकरियों की आउटसोर्सिंग की है।
अर्थव्यवस्था का हाल बहुत बुरा, पूरी तरह डूब चुका है अमेरिका: ट्रंप

अर्थव्यवस्था का हाल बहुत बुरा, पूरी तरह डूब चुका है अमेरिका: ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति के होने वाले चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने आज कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था का हाल बहुत बुरा है। उन्होंने दावा किया कि देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह डूब चुकी है।
अखबार की रिपोर्ट में दावा, 18 साल तक कर अदा करने से कन्नी काटते रहे ट्रंप

अखबार की रिपोर्ट में दावा, 18 साल तक कर अदा करने से कन्नी काटते रहे ट्रंप

अमेरिका के एक प्रमुख अखबार में छपी एक खबर से राष्ट्रपति बनने के लिए बेताब डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अखबार में छपी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप संभवत: करीब दो दशक तक कर चुकाने से बचते रहे हैं।
चंडीगढ़ पहुंचीं 19 पाकिस्तानी लड़कियां बोलीं, सिर्फ मीडिया में है जंग का माहौल

चंडीगढ़ पहुंचीं 19 पाकिस्तानी लड़कियां बोलीं, सिर्फ मीडिया में है जंग का माहौल

उड़ी हमले की पृष्ठभूमि में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पड़ोसी देश की 19 लड़कियां मंगलवार की रात चंडीगढ़ पहुंचीं। इन लड़कियों का मानना है कि जंग का यह अफसाना सिर्फ हमारी सरकारों और मीडिया तक सीमित है जबकि सरहद के दोनों तरफ की आवाम को अमन चाहिए।
जंग के बगैर करें फौजी कार्रवाई

जंग के बगैर करें फौजी कार्रवाई

हम कितनी भी कोशिश कर लें- कूटनीतिक औजार कभी पाकिस्तान के साथ काम नहीं आते। अरसे से भारत का यही अनुभव रहा है। हमारे सामने हमेशा यही स्थिति बन जाती है कि बदनाम देश को हम और कितना बदनाम करें?
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