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केजरीवाल से विवाद पर आखिरकार मिला ईनाम, बस्‍सी यूपीएससी भेजे गए

केजरीवाल से विवाद पर आखिरकार मिला ईनाम, बस्‍सी यूपीएससी भेजे गए

केंद्र सरकार ने दिल्ली पुलिस के पूर्व कमिश्नर बीएस बस्सी को दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ विवाद करने का ईनाम आखिरकार दे ही दिया। उन्‍हें संघ लोक सेवा आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया है। बस्‍सी आम आदमी पार्टी व उसके नेता अरविंद केजरीवाल के हमेशा निशाने पर रहे।
यूपीएससी में सफल अंसार ने आखिर क्‍यों अपने लिए एक बार हिंदू नाम चुना

यूपीएससी में सफल अंसार ने आखिर क्‍यों अपने लिए एक बार हिंदू नाम चुना

सिविल सर्विस परीक्षा में 361 वीं रैंक के साथ सफलता हासिल करने वाले मुस्‍िलम युवक अंसार अहमद शेख ने एक बार अपना नाम बदल कर शुभम रख लिया था। पुणे के फर्ग्‍युसन कालेज में पढ़ने आए अंसार ने ऐसा इसलिए किया था ताकि उसे कालेज हास्‍टल में रहने और खाने की उचित सुविधा मिल सके।
दिल्‍ली की टीना डाबी ने यूपीएससी में किया टॉप

दिल्‍ली की टीना डाबी ने यूपीएससी में किया टॉप

सिविल सेवा परीक्षा यूपीएससी का रिजल्‍ट घोषित हो गया है। दिल्‍ली की छात्रा और लेडी श्रीराम कालेज से स्‍नातक टीना डाबी ने टॉप किया है। वहीं जम्‍मू-कश्‍मीर के छात्र अतहर आमिर उल शफी खान दूसरे नंबर पर हैं। दिल्‍ली के ही जसमीत संधू को तीसरी रैंक मिली है।
53% अंकों के साथ टॉप हुई थी सिविल सेवा परीक्षा

53% अंकों के साथ टॉप हुई थी सिविल सेवा परीक्षा

सिविल सेवा परीक्षा में अव्वल रही अभ्यर्थी को करीब 53 प्रतिशत अंक मिले हैं और इस तरह संघ लोक सेवा आयोग द्वारा देश के शीर्ष नौकरशाहों के चयन के लिए आयोजित परीक्षा का कठिन पैटर्न पता चलता है।
यूपीएससी परीक्षा में लड़कियों ने मारी बाजी

यूपीएससी परीक्षा में लड़कियों ने मारी बाजी

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सन 2014 सिविल सर्विसेज परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए है। इस बार प्रावीण्य सूची में शुरुआती पांच में से चार लड़कियां है। इन लड़कियों में – पहले स्थान पर ईरा सिंघल, दूसरे पर रेनु राज, तीसरे पर निधि गुप्ता और चौथे स्थान पर वंदना राव ने कब्जा जमाया है। ईरा और निधि गुप्ता दोनों दिल्ली से हैं और वे दोनों ही भारतीय राजस्व विभाग में कार्यरत हैं।
यूपीएससी परीक्षा में फिलहाल ट्रांसजेंडर श्रेणी नहीं

यूपीएससी परीक्षा में फिलहाल ट्रांसजेंडर श्रेणी नहीं

केंद्र ने दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया कि वह (संघ लोक सेवा आयोग) यूपीएससी परीक्षाओं में ट्रांजेंडरों को शामिल करने के लिए नियम नहीं बना सकता क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने अभी तीसरे लिंग की परिभाषा स्पष्ट नहीं की है।
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