अन्नाद्रमुक की प्रमुख वीके शशिकला को बुधवार को जेल भेज दिया गया। उन्होंने बेंगलुरु की एक अदालत में आत्मसमर्पण किया। मंगलवार को उच्चतम न्यायालय ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में उनकी सजा बहाल कर दी थी।
ब्राजील की जेल में संदिग्ध गिरोह के सदस्यों के बीच खूनी झड़प में 26 कैदी मारे गए। मरने वालों में से ज्यादातर कैदियों के सिर काट दिए गए हैं। यह खूनी संघर्ष शनिवार की रात ब्राजील के उत्तर-पूर्वी राज्य रियो ग्रांदे दो नोर्ते की अलकाउज जेल में शुरू हुआ।
जेल से कैदियों के भागने की घटना के बाद पंजाब सरकार ने अतिरिक्त महानिदेशक :जेल: को निलंबित कर दिया और नाभा जेल के अधीक्षक एवं उपाधीक्षक को बर्खास्त कर दिया एवं फरार कैदियों के बारे में सूचना देने के लिए 25 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की।
पंजाब की नाभा जेल में सुरक्षा व्यवस्था तार तार होने का मामला सामने आया है। जेल में कुछ हथियारबंद लोगों ने घुसकर दो आतंकी और एक गैंगस्टर सहित छह कैदियों को भगा दिया है।
मध्यप्रदेश सरकार ने जेल से फरार सिमी के आठ व्यक्तियों की तलाश और मुठभेड़ में मार गिराने की घटना में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों को दो-दो लाख रुपये का इनाम देने के फैसले पर रोक लगा दी है।
भोपाल के सेंट्रल जेल से सिमी के 8 आतंकवादियों के भागने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। 30 अक्टूबर के दिन जेल की सुरक्षा में तैनात 160 जेल प्रहरियों में से 80 जेल प्रहरी जेल के बाहर थे। ये लोग मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, महानिदेशक के बंगलों पर तैनात थे। भाजपा शासित मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चाैैहान मुख्यमंत्री हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल केंद्रीय जेल से आज तड़के सिमी के आठ आतंकियों के फरार होने और उसके बाद पुलिस मुठभेड़ में उनके मारे जाने की घटना की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराने की घोषणा की है।
धर्मशाला अंतरराष्टीय फिल्मोत्सव (डीआईएफएफ) ने कल स्थानीय जिला कारागार में एक फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग की। जेल के कैदियों और कर्मचारियों के लिए विशेष तौर पर फिल्म वेन हरि गाट मैरिड की स्क्रीनिंग की गयी।
शंकर, इमरान, मुकेश, मांगीलाल, धर्मेंद्र, जितेन्द्र, हरिराम, महेश आदि रोज सुबह उठने के बाद नित्य क्रिया से निवृत होकर दो जून की रोटी के लिए निकल जाते और शाम को वापस आकर परिवार के साथ मनोरंजन के लिए टीवी देखते हैं और फिर भोजन इत्यादि कर सो जाते है। दूसरे दिन फिर यही दिनचर्या होती है। इनका जीवन आम भले ही लगता है लेकिन इसमें खास बात यह कि यह सब लोग एक खुली जेल के कैदी हैं।
अमेरिका के एक पुस्तकालय ने अपनी लापता पुस्तकों की करीब दो लाख डालर की लागत को वसूलने की कोशिश के तहत तय अवधि से अधिक पुस्तकें रखने वालों को जुर्माने और जेल की सजा देने का फैसला किया है। यह कदम कई भुलक्कड़ लोगों को परेशानी में डाल सकता है।