उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की एकतरफा जीत को नरेंद्र मोदी के पक्ष में मतदान करार देते हुए एक प्रख्यात अमेरिकी विशेषज्ञ ने आज कहा कि परिणामों से पता चलता है कि लोग प्रधानमंत्री को काम करने वाला व्यक्ति मानते हैं।
उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान से पहले ही एग्जिट पोल का प्रकाशन करना दैनिक जागरण को भारी पड़ गया है। चुनाव आयोग ने दैनिक जागरण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। आयोग ने जागरण के स्थानीय संपादक समेत अखबार के बड़े संपादकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। आयोग के आदेश के बाद दैनिक जागरण के संपादक पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है।
चुनाव आयोग ने एक संगठन द्वारा किये गये एग्जिट पोल :मतदान बाद सर्वेक्षण: का प्रकाशन एक दैनिक समाचार पत्र में होने संबंधी खबर का संज्ञान लेते हुये सोमवार को कहा कि विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया जारी रहने के मद्देनजर यह चुनाव संबंधी नियमों का उल्लंघन है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैनिक बाहुल्य वाले इलाके में जनता के भावनात्मक तार को जोड़ते हुए कांग्रेस पर वन रैंक, वन पेंशन के मुद्दे को 40 साल तक लटकाकर और सर्जिकल स्टाइक पर शक कर फौजियों का अपमान करने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य निर्माण की घोर विरोधी यह पार्टी एक बार फिर आंदोलनकारियों का दमन करने वाली समाजवादी पार्टी की गोद में जा बैठी है।
एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तराखंड में दोबारा चुनाव लड़ रहे 60 विधायकों की संपत्ति में पिछले पांच सालों में औसतन 1.77 करोड़ रूपये का इजाफा हुआ है। भाजपा के 29 विधायकों की संपत्ति में औसतन दो करोड़ रूपये से अधिक का इजाफा हुआ वहीं कांग्रेस के 28 विधायकों की संपत्ति में एक करोड़ रूपये से अधिक की वृद्धि हुई।
शुरुआती हिचकोलों के बाद सपा-कांग्रेस गठबंधन के विधानसभा चुनाव प्रचार के जोर पकड़ने के मद्देनजर प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों बसपा और भाजपा को मुस्लिम बहुल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी रणनीति में रद्दोबदल करना पड़ा है।
उत्तराखंड में भाजपा के उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 19 प्रत्याशी आपराधिक छवि वाले हैं। कांग्रेस के 17, बसपा के सात, उत्तराखंड क्रांति दल के चार, सपा के दो और 32 निर्दलीय उम्मीदवारों पर भी अपराधिक आरोप हैं। इन सभी ने अपने हलफनामों में अपने खिलाफ आपराधिक मामले चलने की घोषणा की है।
गोवा विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा और कांग्रेस के टिकट बंटवारे से नाराज दोनों दलों के कुछ बड़े नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा है तो कुछ लोगों ने चुनाव प्रचार से हाथ खींच लिए हैं।
कांग्रेस ने सवाल किया कि उत्तराखंड में 21 जनवरी को संयुक्त कमांडर सम्मेलन का आयोजन क्यों किया जा रहा है जबकि राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर राजनीतिक फायदे के लिए सशस्त्र बलों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।