जब हैरी मेट सेजल यानी कि हिंदी में बोले तो जब हैरी सेजल से मिला। तो हैरी जब सेजल से मिला तो स्यापा पै गया। ऑरिजनल स्यापा। जो सेजल की अंगूठी में लगा ता ओरिजनल डायमंड उतना ही ओरिजनल। हैरी को तो फिल्मी पौने तीन घंटे में सेजल, यू नो सेजल मिली, पर भैया इम्तियाज से कोई तो जाके पूछो मल्टीप्लेक्स जाने वाली जनता को क्या मिला?
मोइन अली 79 साल बाद इंग्लैंड की तरफ से हैट्रिक लेने वाले पहले स्पिन गेंदबाज हैं। उनसे पहले टॉम गोडार्ड ने 1938 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में हैट्रिक लगाई थी।
टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग चेतेश्वर पुजारा चौथे स्थान पर काबिज़ है जबकि भारतीय कप्तान विराट कोहली पांचवे स्थान पर बरक़रार हैं। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ अभी भी नंबर एक बल्लेबाज़ बने हुए हैं।
बिहार में राजनीतिक समीकरण बड़ी तेजी से बदले रहे हैं। नीतीश कुमार द्वारा भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने के फैसले को लेकर अब जदयू में फूट के आसार तेज हो गए हैं। अली अनवर जैसे जेडीयू के बड़े नेता इस पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं इस फैसले पर शरद यादव भ्ाी नाराज बताए जा रहे हैं।
इंग्लिश-विंग्लिश के बाद श्रीदेवी ने मॉम के रूप में एक बार फिर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है। फिल्म शुरू होते ही लगता है कि निर्देशक रवि उद्यावर कुछ ऐसा रचने जा रहे हैं जो श्री और सभी के खाते में एक ऐतिहासिक सफलता दर्ज करा जाएगा। लेकिन फिल्म जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, बॉलीवुडिया मसाले की अधिकता उसे एक आम फिल्म बना कर छोड़ती है। फिल्मी संवाद, रोना, फिर विलेन को मारना और दो लोगों की गलतफहमी प्यार में बदल जाती है। बस फिल्म खत्म।
जरी की सिल्क साड़ी, बालों में गजरा, कानों में झुमके के साथ सोहा अली खान अपनी पहली गोद भराई के लिए तैयार थीं। पति कुणाल खेमू के साथ छोटे से फंक्शन में लिए गए फोटो सोहा ने ट्वीट किए।
राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में खुले में शौच करती महिलाओं के फोटो लेने से रोकने पर नगर परिषद कर्मियों ने कथित रूप से एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला। घटना को राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। वहीं भाकपा (माले) ने इसे स्वच्छता अभियान के नाम पर हत्या करार दिया है।
बीते कई महीनों से ट्रिपल तलाक का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है। हाल में वॉट्सऐप, पत्र और टेलीफोन के माध्यम से दिए गए तलाक के बाद बॉलीवुड के 'नवाब' यानि सैफ अली खान इस मुद्दे पर शांत नहीं बैठ पाए। उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि वह इस प्रथा से बिल्कुल भी सहमत नहीं है।
प्रख्यात सरोद वादक अमजद अली खान का कहना है कि यह दुखद है कि शिक्षा लोगों को एक दूसरे के प्रति हमदर्द बनाने में नाकाम रही और दुर्भाग्य से कुछ लोग आज के दौर में भी मंदिर और मस्जिद बनाने के बारे में बात करते हैं।