अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो रोहतक गैंगरेप मामले की पीड़िता की जान व इज्जत को बचाया जा सकता था। परिजनों ने पुलिस को एक महीने पहले शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने समय रहते कदम नहीं उठाया।
बसपा से निष्कासित नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बसपा अध्यक्ष मायावती के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती पर उनसे 50 करोड़ रुपये मांगने और मुस्लिम समुदाय के लिए अपशब्द इस्तेमाल करने के आरोप लगाए थे, जिनका मायावती ने तुरंत जबाव दिया है।
कांग्रेस ने भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा कि मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) के कृषि आय पर टैक्स लगाने की वकालत करने के साथ ही इस मामले पर भाजपा का पर्दाफाश हो गया है।
विषम लिंगानुपात के लिए कुख्यात हरियाणा के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब यहां लिंगानुपात ने 950 का आकंड़ा छुआ है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इस साल मार्च तक जन्म के समय लिंग अनुपात 1000 लड़कों पर 950 लड़कियों का रहा। उन्होंने बताया कि ऐसा राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ है।
पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले लोगों से भाजपा नेताओं के साथ जुड़ने का विवाद थम नहीं रहा। अब एक और नया मामला भाजपा के चरित्र को उजागर कर रहा है। सेक्स रैकेट चलाने वाले एक आरोपी का नाम भाजपा के एक मंत्री से जोड़ा जा रहा है। कांग्रेस ने मसले पर आपत्ति लेते हुए कहा है कि भाजपा को साफ करना चाहिए कि आखिर उनकी पार्टी का यह कौन सा चेहरा सामने आ रहा है।
मोदी सरकार के हालिया बड़े मूल्य के नोट चलन से बाहर करने के फैसले से कुछ अन्य वर्गों के साथ ही सेक्सवर्कर्स की आजीविका भी बड़े पैमाने पर प्रभावित हुई है। यह वर्ग भारतीय समाज का वह निचला तबका है जिसे वास्तव में समाज का हिस्सा ही नहीं माना जाता।
भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर मुश्किल में फंसे अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अब लोग खुलकर बोल रहे हैं। ऐसे ही खुलकर बोलते समय भाजपा के एक विधायक मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ गए। उन्होंने न केवल केजरीवाल के माता-पिता के बारे में गंदी बात कही, बल्कि उनके लिए अपशब्द भी बोले। हालांकि भाजपा आलाकमान ने विधायक समेत ऐसे सभी नेताओं को सख्त हिदायत दी है, जो केजरीवाल के खिलाफ ऐसे शब्द बोल रहे थे।
हाल के महीनों में विवादों के केंद्र में रहे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में साल 2015-2016 के दौरान यौन उत्पीड़न की 39 शिकायतें दर्ज की गई। जो कि विश्वविद्यालय के रिकार्ड में सबसे अधिक है। विश्वविद्यालय को 2014-2015 के दौरान यौन उत्पीड़न की 26 शिकायतें मिली थीं जबकि 2013-2014 के दौरान यह संख्या 25 थी।
परिजन और निकट के रिश्तेदारों द्वारा यौन उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के बीच राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने पॉक्सो ई-बॉक्स पहल शुरू की है जिसके जरिये पीड़ित बच्चे अपनी शिकायत सीधे आयोग तक पहुंचा सकते हैं।