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फिल्म समीक्षा – मिर्जिया

फिल्म समीक्षा – मिर्जिया

राकेश ओम प्रकाश मेहरा थोड़े कनफ्यूज निर्देशक हैं। उनकी फिल्म रंग दे बसंती चली जरूरी थी, मगर उसमें भी बहुत कमियां थीं। भाग मिल्खा भाग तो फ्लाप ही थी। वह खुद ही नहीं समझ पाए थे कि मिल्खा को खिलाड़ी के तौर पर दिखाना है या व्यक्ति के तौर पर। अब आई है उनकी बहु प्रतीक्षित फिल्म मिर्जिया जिसे क्यों देखा जाए यह सोचना कठिन पहेली को सुलझाना है।
अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

अनकही सी एमएस धोनी – द अनटोल्ड स्टोरी

'एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' फिल्म को सीधे-सीधे बायोपिक नहीं कहा जा सकता। इसमें सिर्फ महेंद्र सिंह के जीवन की कुछ घटनाएं हैं। नीरज पांडे ने हालांकि पूरी कोशिश की है कि यह एक अच्छी बायोपिक फिल्म लगे। पर कहीं-कहीं लगता है कि धोनी के जीवन की कुछ परतें खुलनी फिर भी बाकी रह गई हैं।
रंगमंच पर बॉलीवुड कलाकारों के आने से दर्शकों की तादाद बढ़ती है: सतीश कौशिक

रंगमंच पर बॉलीवुड कलाकारों के आने से दर्शकों की तादाद बढ़ती है: सतीश कौशिक

अपने नए नाटक के साथ मंच पर वापसी कर रहे अभिनेता निर्देशक सतीश कौशिक का मानना है कि रंगमंच पर बॉलीवुड कलाकारों की मौजूदगी थियेटर में दर्शकों की तादाद बढ़ाने में मददगार होती है।
संसद में फिल्मी सितारें : किरण खेर सबसे अधिक सक्रिय, रेखा सबसे सुस्‍त

संसद में फिल्मी सितारें : किरण खेर सबसे अधिक सक्रिय, रेखा सबसे सुस्‍त

अभिनय के मंच से संसद पहुंचने वालों में लोकसभा सांसद किरण खेर की संसद मेंं मौजूदगी सबसे ज्‍यादा है। चंडीगढ़ से भाजपा सांसद खेर सत्र के दौरान सबसे अधिक मौजूद रहीें। उनकी हाजिरी 85% रही। इसके बाद अहमदाबाद पूर्व से भाजपा सांसद परेश रावल, बीरभूम से टीएमसी सांसद शताब्दी रॉय और नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी का नंबर है। संसद सत्रों में इन सभी की मौजूदगी 76% दर्ज की गई है।
देखिए ‘भगवा ब्रिगेड’ के नुक्कड़ नाटक

देखिए ‘भगवा ब्रिगेड’ के नुक्कड़ नाटक

हाथ में ढफली, काले कुर्ते और जगह-जगह नुक्कड़ नाटक। यह तो साफ तौर पर वामपंथियों की पहचान है। इन नाटकों में सामाजिक मुद्दों पर करारा व्यंग्य होता है। यह नुक्कड़ नाटक अभी होंगे बस अंतर इतना है कि अब राष्ट्रवाद या केसरिया में यकीन रखने वाले लोग इससे जुड़ेंगे।
अनुपम की 500 वीं फिल्म हॉलीवुड की होगी

अनुपम की 500 वीं फिल्म हॉलीवुड की होगी

अनुपम खेर के लिए भी शायद आंकड़े महत्वपूर्ण हैं। अपने अभिनय करिअर की 500 वीं फिल्म साइन करते हुए उन्होंने इसे शानदार मुकाम बताया। यह एक हॉलीवुड की फिल्म है, जिसका नाम द बिग सीक है।
तेरे बिन ही ठीक थे लादेन

तेरे बिन ही ठीक थे लादेन

इस फिल्म का सीक्वेल देखने के बाद इच्छा होती है कि संविधान में संशोधन कर एक नियम डाला जाए कि पकाऊ सीक्वेल बनाने पर सजा का प्रावधान हो।
अनुपम खेर को पाक का वीजा नहीं

अनुपम खेर को पाक का वीजा नहीं

कश्मीरी पंडितों के पक्ष में एक वीडियो, भारतीय जनता पार्टी के काम काज की तारीफ, मोदी का समर्थन और हाल ही में कांग्रेस नेता शशि थरूर से ‘हिंदू’ होने के मुद्दे पर बहस का इनाम अनुपम खेर को पाकिस्तानी सरकार ने दिया है।
गांधी: बस नाम ही बाकी है

गांधी: बस नाम ही बाकी है

राष्ट्रपिता के रूप में ख्याति पाने वाले शख्स के नाम पर पूरे भारत में ढेरों संस्थाएं हैं, जिनका बस 'नाम’ ही बाकी रह गया है
मार्च फॉर इंडिया: इस विरोध के मायने क्या हैं

मार्च फॉर इंडिया: इस विरोध के मायने क्या हैं

इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक एक हुजूम नारे लगाता चल रहा है। इसे सोशल मीडिया ने कलबुर्गी-पानसरे की हत्या के पक्ष में भी देखा। लेकिन वहां ‘राष्ट्रवादियों’ ‘संघियों’ और ‘भक्तों’ के अलावा भी कई लोग भारत के लिए आए थे।
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