भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने इतिहास रचने की ओर कदम बढाते हुए 36वीं हीरो चैम्पियंस ट्राफी हॉकी के फाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उसका सामना आस्ट्रेलिया से होगा।
भारतीय हॉकी टीम के उपकप्तान एस. वी. सुनील ने कहा कि उनकी टीम ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ चैंपियंस ट्राफी लीग मैच को क्वार्टर फाइनल समझा और आक्रामक हॉकी खेली। सुनील ने कहा, हम मैच जीतने के इरादे से ही उतरे थे और लक्ष्य हासिल करने की खुशी है। लंदन में मंगलवार को भारत ने दक्षिण कोरिया को 2-1 से हराकर टूर्नामेंट में अपनी दूसरी जीत दर्ज की।
आस्ट्रेलिया ने बेल्जियम को 2-0 से हराकर चैंपियंस ट्राफी हाकी फाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि गत चैंपियन जर्मनी ब्रिटेन से1-1 से ड्रा खेलने के बाद बाहर हो गई। जर्मन टीम चार में से एक भी मैच नहीं जीत सकी। उसने तीन ड्रा खेले और एक हारा। इसके साथ ही टीम खिताबी मुकाबले की दौड़ से बाहर हो गई।
भारतीय हॉकी टीम ने चैम्पियंस ट्रॉफी -2016 के अपने दूसरे पूल मैच में शनिवार को ब्रिटेन को 2-1 से हराकर जीत हासिल की। भारत ने इस मुकाबले में शानदार खेल दिखाया और ब्रिटेन पर शुरू से ही दबाव बनाए रखा।
चैम्पियंस ट्रॉफी के शुरूआती मैच में भारत के ओलंपिक चैम्पियन जर्मनी से 3-3 से खेलने से कोच रोलैंट ओल्टमैंस संतुष्ट नहीं हैं और उन्हें लगता है कि खिलाड़ियों को इससे बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था। भारत ने हूटर बजने से तीन मिनट पहले एक गोल गंवाया जिससे जर्मनी शर्मसार होने से बच गया।
ओलंपिक खेलों से पहले आत्मविश्वास जुटाने की कवायद में भारतीय हाकी टीम शुक्रवार से लंदन में शुरू हो रही चैंपियंस ट्राफी में पोडियम पर जगह बनाने के इरादे से उतरेगी जिसमें उसका सामना शुरूआती मैच में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता जर्मनी से है। भारत ने अब तक चैम्पियंस टाफी में सिर्फ एक बार 1982 में एम्सटर्डम में कांस्य पदक जीता है। इसके बाद सात मौकों पर भारत कांस्य पदक का मुकाबला हार गया। पिछली दो चैम्पियंस ट्राफी 2012 (मेलबर्न) और 2014 (भुवनेश्वर) में भारत चौथे स्थान पर रहा।