भाजपा देश को कांग्रेस से मुक्त करने का सपना संजोए हुए है। उसे इस दिशा में एक हद तक सफलता भी मिली है। लेकिन केंद्र में पूर्ण बहुमत के साथ काबिज भाजपा का यह सपना पूरी तरह कामयाब नहीं होगा। कांग्रेस के लचर प्रशासन से उकता चुके लोगों ने बेहतर सरकार के लिए नरेंद्र माेदी की ओर देखा और उन्हें प्रधानमंत्री बनाकर देश की कमान भी सौंप दी। लेकिन विविध भाषाओं और जाति में बंटे इस देश में कई ऐसे राज्य अभी भी हैं, जहां मोदी अभी भी देश के सर्वमान्य नेता नहीं बन पाए हैं।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद देश के सबसे बड़े राजनीतिक दल कांग्रेस में घोर निराशा है। पार्टी के बड़े नेताओं से लेकर छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं के चेहरे मुरझाए हुए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह खासे झ्ाल्लाए हुए हैं।
आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन को लेकर भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी के विवादास्पद बयानों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह राजन के समर्थन में आ गए हैं।
केंद्र के साथ विवाद का एक और मुद्दा उठाते हुए आप सरकार ने दिल्ली को पूर्ण राज्य के दर्जे पर आज एक मसौदा विधेयक जारी किया जिसमें पुलिस, जमीन तथा नौकरशाही को प्रदेश सरकार के तहत लाने का प्रावधान है। इसपर 30 जून तक आमजन के सुझाव मांगे गए हैं।
कानपुर में पानी की किल्लत को लेकर शहर कांग्रेस समिति ने भाजपा सांसद मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ मंगलवार से होर्डिंग अभियान चलाया है। इस होर्डिंग में लिखा है कि शहर में पानी की कमी है और सांसद जोशी गायब हैं। जो भी सांसद को ढूंढ़ कर लाएगा, उसे एक घड़ा पानी इनाम में दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायरल बुखार से पीड़ित कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। पीएम मोदी राहुल गांधी के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं।
सोमवार की शाम तमिलनाडू, केरल और पुडूचेरी में मतदान खत्म होने के साथ ही पांच राज्यों का चुनाव संपन्न हो गया। 19 मई को आने वाले नतीजों से पहले जारी विभिन्न एक्जिट पोलों ने राजनीतिक दलों की बेचैनी बढ़ा दी है। सभी एक्जिट पोल थोड़े-बहुत सीटों के अंतर के साथ लगभग एक जैसे परिणाम की ओर ही इशारा कर रहे हैं। ज्यादातर एक्जिट पोल असम और केरल में कांग्रेस की करारी हार तो भाजपा को असम और माकपा नीत एलडीएफ को केरल में सरकार बनाते हुए दिखा रहे हैं। पश्चिम बंगाल के एक्जिट पोल में ममता बनर्जी को एक बार फिर विजयी रथ पर सवार बताया जा रहा है।
महात्मा गांधी के सबसे करीबी रह चुके उनके पोते कनु भाई गांधी दिल्ली के एक ओल्ड एज होम में रह रहे हैं। दिल्ली के बदरपुर इलाके के पास बसी इस बस्ती में पिछले कुछ समय से लोगों का आना जाना बढ़ गया है।