केंद्र एवं राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी भाजपा पर निशाना साधना जारी रखते हुए शिवसेना ने कहा कि भाजपा को सत्ता के रूप में मोदी आक्सीजन प्राप्त है और यह तब तक बनी रहेगी, जब तक लोगों में उनकी लोकप्रियता बनी रहेगी।
कांग्रेस भारती जनता पार्टी के विराेधी दलों को एक मंच पर लाने की रणनीति तैयार कर रही है। इसी रणनीति के तहत पार्टी ने उन दलों से आह्वान किया है जो सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई लड़ना चाहते हैं। पार्टी प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार घृणा फैलाने वाली ताकतों को रोक पाने में असफल है और समान विचार वाले दलों को एकजुट होकर सरकार का विरोध करना चाहिए।
गुलाम अली के संगीत समारोह को जबरन रद्द कराए जाने के मुद्दे पर राजनीतिक एवं सांस्कृतिक जगत के निशाने पर आई शिवसेना ने कहा है कि सैनिक शहीद हो रहे हों और यहां आनंद उठाया जाता रहे यह नहीं होगा।
एक नवंबर से महाराष्ट्र सरकार ऑटो चलाने के परमिट के लिए नियमों में एक नया बदलाव करने जा रही है। इसके तहत मुंबई में अब उन्हीं लोगों को ऑटो चलाने का परमिट दिया जाएगा, जो मराठी भाषा बोल सकते हैं। इस फैसले के परिणाम का आकलन इसी से लगाया जा सकता है कि मुंबई में अच्छी खासी संख्या में उत्तर भारतीय लोग ऑटो चलाते हैं।
महाराष्ट्र में जैन समुदाय की उपवास अवधी के दौरान चार दिन तक मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के राज्य सरकार के फैसले पर विवाद खड़ा होता दिख रहा है। राज्य सरकार के इस फैसले का बड़े पैमाने पर विरोध शुरू हो गया है। खास बात यह है कि विपक्षी दलों के साथ-साथ सरकार में शामिल भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने भी सरकार के इस फैसले की निंदा करते हुए इसे तुष्टीकरण और धार्मिक आतंकवाद की संज्ञा दे दी है।