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कोटा : आत्महत्याएं कैसे रुकें

कोटा : आत्महत्याएं कैसे रुकें

देश में प्राथमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा से लेकर तकनीकी शिक्षा पद्धति के विरोधाभास एवं दुविधा की स्थिति के बीच एक बेहतर कल की आस में कोचिंग संस्थाओं के जंजाल में फंसे छात्रों द्वारा आत्महत्या का सिलसिला बदस्तूर जारी है, ऐसे में कोचिंग संस्थानों के नियमन के लिए एक केंद्रीय कानून बनाने की मांग तेज हो गई है।
रोहित आत्महत्याः दलित - गैर दलित के बीच मुद्दे को फंसाने का दांव

रोहित आत्महत्याः दलित - गैर दलित के बीच मुद्दे को फंसाने का दांव

हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू) में उत्पीड़न की वजह से आत्महत्या करने वाले छात्र रोहित वेमुला को इंसाफ दिलाने के लिए देश भर से उठ रही आवाजें
रोहित की आत्महत्या के खिलाफ आक्रोश की गूंज कई देशों में

रोहित की आत्महत्या के खिलाफ आक्रोश की गूंज कई देशों में

अमेरिका से लेकर लंदन और रोम में विरोध प्रदर्शनों में भारत में दलित छात्रों के उत्पीड़न का मुद्दा बना अंतर्राष्ट्रीय चर्चा का विषय
जेपी के परिजनों ने अमित शाह का न्यौता ठुकराया

जेपी के परिजनों ने अमित शाह का न्यौता ठुकराया

बिहार विधानसभा चुनाव में गोमांस का मुद्दा उछालकर और जातीय आधार पर माहौल को अपने पक्ष में करने की हो रही कोशिशों पर लोकनायक जयप्रकाश नारायण के परिजन बेहद दुखी हैं और वह कल लोकनायक की जयंती पर आयोजित होने वाले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगे।
मोदी अपने पतन की पटकथा लिख रहे हैं: राहुल

मोदी अपने पतन की पटकथा लिख रहे हैं: राहुल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर हमला बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने पतन की पटकथा स्वयं ही लिख रहे हैं क्योंकि वह लोगों से किया वादा पूरा करने में असफल रहे हैं।
राहुल ने पूछा, किसानों के अच्छे दिन कब आएंगे

राहुल ने पूछा, किसानों के अच्छे दिन कब आएंगे

ओडिशा में किसान बचाओ पदयात्रा की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने आज नरेंद्र मोदी सरकार पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि किसानों के लिए अच्छे दिन कब आएंगे।
पक्षियों का सुसाइड पॉइन्ट जतिंगा

पक्षियों का सुसाइड पॉइन्ट जतिंगा

पक्षियों के सुसाइड स्पॉट के तौर पर चर्चित, असम के जतिंगा गांव में पिछले कुछ सालों के दौरान पंखों वाले इन मेहमानों की संख्या में तेजी से कमी आई है। आखिर असम का यह गांव क्यों कहलाता है पक्षियों का सुसाइड पॉइन्ट।
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