डेरा प्रमुख के मामले को उजागर करने वाले पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की तरह ही इन पत्रकारों ने भी जान का खतरा उठाते हुए धर्म की आड़ में होने वाले अपराध का पर्दाफाश किया था।
दो बार डोपिंग के लिए बैन हुए और पिछली दो विश्व चैंपियनशिप में बोल्ट से पिछड़ने के बाद सिल्वर मेडल से संतोष करने वाले गैटलिन ने 9.92 सेकेंड के समय के साथ गोल्ड जीता।