फोटो शेयर करने के कुछ देर बाद ही लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाओं देनी शुरु कर दी। जहां कुछ लोगों ने इस फोटो की जमकर तारीफ की और वहीं कुछ लोगों ने उनकी ड्रेस को लेकर नराजगी जताई और उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, कोर्ट ने निजी स्कूलों से कहा है कि वो कैश, एफडी या ड्राफ्ट के रूप में ये पैसा जमा करा सकते हैं। बता दें कि 2006 से 2009 तक 32 महीने की फीस मनमाने ढंग से वसूली गई।
सुवर्णा ने कहा, "मेरे साथ जैसा जून में हुआ था वैसी ही घटना मेरे साथ कल फिर से घटित हुई। दिव्यांग होने के बाद भी मुझे ऊपर की बर्थ दी गई जबकि मैंने विशेष श्रेणी (दिव्यांग कोटे) से टिकट लिया था।"