‘अलीगढ़’ फिल्म में एक कट लगाने को लेकर हंसल मेहता ने चिल्ला-चोट की थी। अब उन्हीं हंसल मेहता ने अपनी आने वाली फिल्म ‘सिमरन’ के दस कट को आसानी से मान लिया है।
केंद्र सरकार में ग्रामीण और शहरी विकास मंत्रालयों की जिम्मेदारियां संभाल रहे नरेंद्र सिंह तोमर की गिनती भाजपा के कद्दावर नेताओं में होती है। मध्यप्रदेश से आकर राष्ट्रीय राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले तोमर पार्टी के लिए संकटमोचक का काम भी करते रहे हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने के साथ ही त्रिवेंद्र सिंह रावत की तुलना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तेजी और तेवरों से की जा रही है। जबकि रावत मानते हैं कि पहाड़ में पहाड़ के हिसाब से रफ्तार रखनी पड़ती है।
अनिल कुंबले के इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के नए कोच की तलाश शुरू हो गई है। नए कोच के लिए दस उम्मीदवारो को चुना गया गया है। इनमें रवि शास्त्री, वीरेंद्र सहवाग, क्रेज मैकडरमोट, लांस क्यूसनर, राकेश शर्मा, लाजचंद राजपूत, फिल सिमंस, टाम मूडी, डोडा गणेश और रिचर्ड पाइबस हैं।
अनुपम खेर ज्यादा बोलते हैं इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि वह लगभग चुप रहने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भूमिका नहीं निभा सकते। अनुपम अच्छे कलाकार हैं और उनका फिल्म से लेकर मौजूदा सरकार तक बराबर दखल है। शायद यही वजह है कि ऐन आम चुनाव से पहले एक घोर राजनैतिक फिल्म में पूर्व प्रधानंमत्री की भूमिका निभाएंगे।
मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन का मानना है कि मोदी सरकार ने तीन साल में देश को आर्थिक स्थिरता प्रदान की है और सुधारों की दिशा में बड़े कदम बढ़ाए हैं। सार्वजनिक संसाधनों के आवंटन में भ्रष्टाचार पर अंकुश और जैम व्यवस्था को वे मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धियां मानते हैं। लेकिन यह भी स्वीकार करते हैं कि तेज आर्थिक वृद्धि दर के बावजूद रोजगार के मौकों की रफ्तार धीमी है। उन्होंने अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति और केंद्र सरकार के तीन साल के कामकाज से जुड़े कई अहम मु्द्दों पर आउटलुक के संपादक हरवीर सिंह से बेबाक बातचीत की। कुछ अंश:
कंगना रणौत आने वाली फिल्म सिमरन में लीड रोल तो करेंगी ही साथ ही उनका नाम सह पटकथा लेखक के रूप में जाएगा। निर्देशक हंसल मेहता ने तय किया है कि वह कंगना को लेखिका के तौर पर भी नाम देंगे।