बांग्लादेश में प्रतिबंधित फिल्म दूब नो बेड ऑफ रोजेज में भारतीय कलाकार इरफान खान काम कर रहे हैं। यह फिल्म 31 मार्च को आएगी। इरफान खान इस फिल्म का पोस्टर जारी किया।
इरफान खान को भले ही उनकी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाना जाता हो लेकिन अभिनेता को अफसोस है कि निर्देशक उन्हें विविध भूमिकाओं में नहीं देखना चाहते हैं और वह फिल्म जगत द्वारा बनायी गयी एक खास छवि में कैद हैं।
कई बेहतरीन अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता इरफान खान को कभी भी दमदार किरदारों की कमी नहीं रही है। उनका कहना है कि वह दुनियाभर में अच्छी कहानियों का पीछा करते रहेंगे।
इरफान खान भी अभिनय के ऐसे मुकाम पर पहुंच चुके हैं जहां दूसरे कलाकार उनके साथ काम करना पसंद करते हैं। लेकिन जब कंगना ने इरफान के साथ काम करने की एक वजह बताई तो इरफान ने कंगना को बहुत खूबसूरती से जवाब दे दिया।
कहने को तो यह एक उत्पाद का प्रचार है। लेकिन यदि इसी बहाने महिलाओं का कुछ भला हो जाए तो क्या बुरा है। विज्ञापन की दुनिया भावनाओं पर चलती है, लेकिन इस भावना में कुछ बात है।
पीकू और लंच बॉक्स जैसी फिल्मों में दो बिलकुल विपरीत भूमिका कर चुके इरफान के नए प्रशंसकों में बांग्लादेश के नामी निर्देशक मुस्तफा सरवर फारूकी का नाम भी जुड़ गया है। इस फिल्म के आने से यह भी साबित होगा कि बांग्लादेश में बॉलीवुड या इसके कलाकारों का विरोध नहीं होता है।
मकबूल, लाइफ इन ए मेट्रो, द नेमसेक, द लंच बॉक्स, जुरासिक वल्र्ड और लाइफ इन पाई जैसी फिल्मों में काम करने वाले इरफान खान हाल ही में तलवार में एक पुलिस अफसर की भूमिका में छाए हुए हैं। आने वाली फिल्म जज्बा में भी ऐश्वर्या राय के साथ नजर आएंगे।
चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की कहानी ‘उसने कहा था’ सौ साल की हो गई है। यह सिर्फ प्रेम कहानी नहीं है, बल्कि मासूम प्रेम की अभिव्यक्ति है। उसने कहा था गुलेरी जी ने सन 1915 में लिखी थी। सौ साल बाद भी इस कहानी की न रुमानियत खत्म हुई न मासूमियत।