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सबसे बड़े प्रदेश को जीतने कांग्रेस की बस यात्रा, 27 साल-यूपी बेहाल

सबसे बड़े प्रदेश को जीतने कांग्रेस की बस यात्रा, 27 साल-यूपी बेहाल

उत्तर प्रदेश में सत्‍ता पाने को बेताब कांग्रेस अपनी चुनावी तैयारियों के लिए शनिवार से बस यात्रा शुरु करने जा रही है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी बस यात्रा को कांग्रेस मुख्‍यालय से हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे। बस यात्रा को 27 साल, यूपी बेहाल नाम दिया गया है। बस यात्रा अपने पहले चरण में दिल्‍ली से कानपुर तक की होगी। इसके बाद अन्‍य चरणों में प्रदेश के अन्‍य हिस्‍सों को कवर किया जाएगा।
चीन ने दलाई लामा से मुलाकात पर लेडी गागा को दुश्‍मनों की सूची में डाला

चीन ने दलाई लामा से मुलाकात पर लेडी गागा को दुश्‍मनों की सूची में डाला

पाॅप सनसनी लेडी गागा के दलाई लामा से मुलाकात करने के बाद चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी ने गागा को कथित तौर पर दुश्‍मन विदेशी ताकतों की सूची में डाल दिया है।
कर्मकार ने बयां किया ओलंपिक पदक चूकने का दर्द

कर्मकार ने बयां किया ओलंपिक पदक चूकने का दर्द

राइफल निशानेबाज जयदीप कर्मकार ने मामूली अंतर से पदक से चूकने का दर्द अनुभव किया था और अब रियो ओलंपिक से पहले उन्होंने उन बाधाओं का खुलासा किया है जो लंदन खेलों से पहले कोच और अधिकारियों ने पैदा की थी।
राह नहीं आसान : ढाई हजार का टिकट और एक घंटे की उड़ान

राह नहीं आसान : ढाई हजार का टिकट और एक घंटे की उड़ान

नई विमानन नीति में एक घंटे या उससे कम समय की उड़ान के लिए अधिकतम 2500 रुपए के टिकट का जो प्रस्‍ताव रखा गया है, उसे लागूू करने में कठिनाई हो सकती है। 500 से 600 किलोमीटर तक की हवाई यात्रा के लिए लार्इ गई इस रीजनल कनेक्‍टवीटी स्‍कीम को लागू करने में केंद्र अौर राज्‍य सरकारों के कई प्रावधान अड़चन खड़ी कर सकते हैं।
बॉलीवुड पर किताब लिखना चाहते हैं नसीरूद्दीन शाह

बॉलीवुड पर किताब लिखना चाहते हैं नसीरूद्दीन शाह

एक कलाकार रचनाशील होता है। हमेशा कुछ नया और हटकर करने की उसमें ललक होती है। ऐसी ही कुछ ख्वाहिश अभिनेता नसीरूद्दीन शाह की भी है। शाह बॉलीवुड पर एक किताब लिखना चाहते हैं। इससे पहले अपनी जिंदगी के शुरुआती 32 सालों का संस्मरण लिख चुके अभिनेता का बॉलीवुड पर एक संपूर्ण पुस्तक लाने का इरादा है।
गठला – आत्माओं का स्थायी पता

गठला – आत्माओं का स्थायी पता

मध्य भारत के भील आदिवासियों की संस्कृति में ऐसा माना जाता है कि मृत और जीवित आत्माएं एक ही साथ एक ही क्षेत्र में निवास करती हैं। मध्यप्रदेश, गुजरात और राजस्थान के इलाकों में पाई जाने वाली इस भील जाति से जुड़ी ऐसी ही कई अन्य परंपराओं और रीति-रिवाजों को विक्रम मोहन ने एक समकालीन नृत्य नाटिका में समेटा है। उन्होंने इसका नृत्य निर्देशन भी किया है।
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