एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉय पर सीबीआई की छापेमारी को एनडीटीवी ने अन्यायपूर्ण करार दिया है। इस मसले पर मीडिया जगत के लोग एनडीटीवी के समर्थन और विरोध दोनों में बंटे दिखाई दिए। अब चैनल ने सरकार को छह बिंदुओं का जवाब दिया है।
एनडीटीवी पर छापेमारी को लेकर केंद्र सरकार बैकफुट पर आती दिखाई दे रही है। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री वैंकेया नायडू ने आज कहा कि एनडीटीवी पर कोई छापेमारी नहीं हुई है।
एनडीटीवी के मालिक प्रणय रॉय पर सीबीआई की छापेमारी से मीडिया जगत में हलचल तेज हो गई है। सोमवार को प्रणय रॉय पर हुई इस कार्रवाई को लेकर पत्रकारों द्वारा काफी तीखी प्रतिक्रिया दी जा रही है।
एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉव के ठिकानों पर सीबीआई के छापों के साथ ही बाबा रामदेव के एनडीटीवी को खरीदने से जुड़ी खबरें आ रही हैं। सोशल मीडिया पर इस पर भी आज बहस चल निकली है।
एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉय पर हुई सीबीआई की कार्रवाई को लेकर कुछ नेताओं के बयान आए हैं। वहीं कुछ नेताओं ने चुप्पी साध ली है। जहां मीडिया जगत में इस कार्रवाई को दुर्भावनापूर्ण हमला माना जा रहा है, वहीं राजनीतिक हलकों में भी कुछ नेता प्रणय रॉय और एनडीटीवी के समर्थन में उतर आए हैं। लेकिन कई बड़े नेता जो अक्सर अलग-अलग मसलों पर ट्वीट करते रहते हैं उनका यहां मौन रहना समझ से परे है।
CBI ने आईसीआईसीआई बैंक को नुकसान पहुंचाने के आरोपों के चलते सोमवार को NDTV के संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी के दिल्ली और देहरादून स्थित चार आवासों पर छापा मारा। NDTV ने CBI की इस कार्रवाई को पुराने आरोपों को लेकर परेशान करने वाली कार्रवाई करार दिया है। CBI अपनी FIR में उन पर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।