मां-बाप के द्वारा 'बच्चे का भविष्य' संवारने के उद्देश्य से उन्हें स्कूल भेजा जाना, फिर उस बच्चे का कभी न लौटकर आना या कुछ ऐसे घाव साथ लेकर आना जिससे उबरने में शायद जिंदगी बीत जाए। ऐसे मां-बाप पर क्या गुजरेगी?
चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल से 12वीं के छात्र हर्षित शर्मा को गूगल में नौकरी मिलने का झूठा दावा पहला नहीं है। पहले भी ऐसे मामले आ चुके हैं और इससे भारत की विश्वसनीयता को वैश्विक स्तर पर झटका लगता है।
बिहार में नीतीश कुमार के द्वारा महागठबंधन तोड़कर एनडीए से हाथ मिलाने को लेकर उनकी पार्टी जदयू में विरोध के स्वर साफ सुनाई दे रहे हैं। वहीं अब आरजेडी में भी फूट पड़ने की खबर सामने आ रही है।