रेप केस में गुरमीत राम रहीम के दोषी करार दिए जाने के बाद 6 राज्यों के 15 शहरों में हिंसा भड़क उठी और जगह-जगह आगजनी की घटनाएं होने लगीं, जिसे कोर्ट ने काफी गंभ्ाीरता से लिया है।
चंडीगढ़ में एक आईएएस की बेटी के साथ हरियाणा के भाजपा अध्यक्ष के बेटे द्वारा कथित छेड़छाड़ किए जाने के मामले की चौतरफा निंदा हो रही है। इस मसले पर विपक्ष समेत कई बड़े नेता हरियाणा की भाजपा सरकार पर हमला बोल रहे हैं।
देश में आए दिन गौरक्षा के नाम पर हो रही गुंडागर्दी की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा की खट्टर सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। गौ रक्षा के नाम पर हो रही गुंडागर्दी और फर्जी गौ रक्षकों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की कड़ी चेतावनी के बाद भी इस पर लगाम नहीं लगाई जा सकी है।
हरियाणा के भाजपा विधायक खुद अपनी सरकार से ही नाराज बताए जा रहे हैं। विधानसभा सत्र शुरू होने से ठीक पहले इन विधायकों ने अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। विधायकों में इस बात को लेकर बेहद आक्रोश है कि सरकार में अफसरशाही हावी है और उनके काम नहीं हो रहे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज कहा कि उनसे पहले राज्य के मुख्यमंत्री रहे भुपिंदर सिंह हुड्डा ने खुद ही रॉबर्ट वाड्रा के जमीन सौदों के मामले की जांच कराने की मांग विधानसभा में की थी। हुड्डा वाड्रा के जमीन सौदों की जांच को राजनीतिक बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई करार दे चुके हैं।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2016 आज शुरू हुआ। हालांकि, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन के चलते यह महोत्सव सादगीपूर्ण तरीके से शुरू किया गया। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के निधन के बाद राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने अपना कुरक्षेत्र दौरा रद्द कर दिया। उन्हें इस महोत्सव का उद्घाटन करना था।
केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग तथा जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को सख्त होने की नसीहत दी है। गडकरी ने कहा है कि अधिकारियों की बातों में अाने की बजाए मनोहर लाल उनके साथ सख्ती से पेश आएं। मंत्री ने यह भी कहा कि मैं भी निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदारों से साफ कहता हूं कि काम में गलती करोगे तो बुलडोजर के नीचे दबा दूंगा।
ईद से ठीक पहले हरियाणा में चलाए गए मिशन बिरयानी से मुख्यमंत्री मनोहर लाल नाराज हो गए हैं। कांग्रेस, इनेलो और अल्पसंख्यक समुदाय के विरोध के बाद जहां केंद्र की भाजपा सरकार की मुश्किलें बढ़ गईं, वहीं प्रदेश की मनोहर लाल सरकार को जवाब देना भारी हो गया है। गो सेवा आयोग के निर्देश पर शुरू किए गए मिशन बिरयानी से प्रदेश सरकार ने खुद को पूरी तरह से अलग कर लिया है।