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किसानों की खुदकुशी के मुद्दे पर संसद में हंगामा

किसानों की खुदकुशी के मुद्दे पर संसद में हंगामा

संसद के दोनों सदनों में बुधवार को किसानों की खुदकुशी और अन्य मुद्दों को लेकर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया। मंगलवार को भी विपक्ष के हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हुई थी।
बीफ मुद्दे पर वीएचपी ने मांगा सीएम मनोहर पर्रिकर का इस्तीफा

बीफ मुद्दे पर वीएचपी ने मांगा सीएम मनोहर पर्रिकर का इस्तीफा

बीफ के मुद्दे पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर का इस्तीफा मांगा है। वीएचपी नेता सुरेंद्र जैन ने कहा कि पर्रिकर भाजपा की छवि खराब कर रहे हैं, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
विपक्ष ने दी सरकार को चीन के साथ कूटनीति से निपटने की सलाह

विपक्ष ने दी सरकार को चीन के साथ कूटनीति से निपटने की सलाह

चीन के साथ टकराव और जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर शुक्रवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में विपक्ष ने सरकार को पूरा समर्थन देते हुए चीन के साथ कूटनीतिक तरीके से विवाद हल करने की सलाह दी है।
कुलभूषण जाधव की मां को वीजा देने पर विचार कर रहा पाकिस्तान

कुलभूषण जाधव की मां को वीजा देने पर विचार कर रहा पाकिस्तान

पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव की मां को वीजा देने के भारत के अनुरोध पर विचार किया जा रहा है। पाकिस्तानी समाचार-पत्र 'नेशन डेली' के मुताबिक पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने इस बारे में जानकारी दी।
गसी मोरान: अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी, जिसकी ड्रेस ने ब्रिटेन की संसद में मचाया था हंगामा

गसी मोरान: अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी, जिसकी ड्रेस ने ब्रिटेन की संसद में मचाया था हंगामा

दुनिया का सबसे पुराना टेनिस टूर्नामेंट विंबलडन 3 जुलाई से शुरू हो गया। ग्रास कोर्ट पर खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट ने इस साल अपने 140 साल पूरे कर लिए हैं।
बीफ बैन और मॉब लिंचिंग पर शाह के बोल: ‘कांग्रेस राज में ज्यादा हुई घटनाएं’

बीफ बैन और मॉब लिंचिंग पर शाह के बोल: ‘कांग्रेस राज में ज्यादा हुई घटनाएं’

भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने बीफ बैन और मॉब लिंचिंग पर भाजपा सरकार का बचाव किया है। साथ ही कांग्रेस पर निशाना साधा है।
क्या हिंसक भीड़ का कोई धर्म होता है?

क्या हिंसक भीड़ का कोई धर्म होता है?

'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"
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