पाकिस्तान के खिलाफ नाटिंघम में तीसरे एकदिवसीय मैंच में इंग्लैंड ने एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा कर नया कीर्तिमान रच दिया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेेजबान टीम ने तीन विकेट खोकर निर्धारित 50 ओवर में 444 रन बनाए। जो वनडे में अब तक का सर्वाधिक स्कोर है। जवाब में पाकिस्तान की पूरी टीम मात्र 275 रन ही बना सकी।
उत्तर प्रदेश के बहराइच में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना हुई। एक नर्स ने 20 रुपए नहीं मिलने पर मासूम को इंजेक्शन नहीं लगाया। जिसके बाद बच्चे की मौत हो गई। तेज बुखार के चलते मां मासूम को सरकारी अस्पताल ले गई थी। मौत की वजह रिश्वत न देने पर इंजेक्शन नहीं लगाने की बताई जा रही है।
जी मीडिया कॉर्पोरेशन जेडएमसीएल जल्द ही अपना अंग्रेजी न्यूज चैनल ला रहा है। संभवतः इसी 15 अगस्त को दर्शक इस नए चैनल से रूबरू हो सकेंगे। इस काम के लिए रोहित गांधी को कंटेट एडिटर बनाया गया है। वह ब्रॉडकास्ट और खबरों से संबंधित काम देखेंगे।
सुपरस्टार सलमान खान का मानना है कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी एक टेक में शानदार शॉट देने वाले अभिनेता हैं। गैंग ऑफ वोसेपुर से मशहूर नवाजुद्दीन सिद्दीकी सलमान की अगली फिल्म फ्रीकी अली में एक गोल्फर की भूमिका में हैं।
यूनीसेफ ने भारत के बाल श्रम कानून में बदलावों पर गंभीर चिंता जताई है। अंतरराष्ट्रीय संस्था ने कहा कि ये बदलाव बच्चों को पारिवारिक उद्यमों में काम करने की इजाजत देते हैं और जोखिम भरे कामों की सूची कम करते हैं।
बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरूख खान और अक्षय कुमार विश्व के उन सिलेब्रिटी में शामिल हैं, जिन्होंने वर्ष 2016 में सर्वाधिक कमाई की। फोर्ब्स द्वारा जारी इस सूची में शीर्ष पर अमेरिकी गायिका टेलर स्विफ्ट हैं जिनकी कमाई 17 करोड़ डॉलर रही।
अब समय आ गया है कि इस्लाम के ऐसे विचार और उनके अनुसरण को रोका जाए, जो धर्म के नाम पर हिंसा और मारकाट को बढ़ावा दे रहे हैं। कटटरपंथी बनने की बजाए मुस्लिम युवाओं को ऐसी शिक्षा दी जाए ताकि उनके मन में एक अच्छे और उदार मुस्लिम बनने की भावना पैदा हो। यह काम अभिभावक, शिक्षक और मुस्लिम विद़वान मिल-जुलकर कर सकते हैं। मुस्लिम अभिभावक अपने बच्चों के मानसिक विकास पर ध्यान दें।
मध्य प्रदेश के 3 सरकारी कर्मचारियों को राज्य सरकार के जनसंख्या नियंत्रण के लिए बनाए गए 2 बच्चों के नियम का उल्लंघन करने का दोषी पाए जाने के बाद बर्खास्त कर दिया गया है।
दुनिया में भले ही हर तरफ विकास की बात कही जा रही है लेकिन नवजात बच्चों की दुर्दशा पर कुछ खास ध्यान नहीं दिया जा रहा है। या यूं कहें कि विश्व का मानव समाज इस मसले पर मौन होकर अपनी हार स्वीकार करता जा रहा है। मानव समुदाय एक तरह से नवजात श्िाशुओं की हिफाजत नहीं कर पा रहा है। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) की ताजा रिपेार्ट में कहा गया है कि दुनिया में विभिन्न तरह के संक्रमण की वजह से पैदा होने के साथ ही दस लाख बच्चों ने दम तोड़ दिया।