अगर आपको लगता है कि मां कसम जैसे संवाद सिर्फ गरम धरम को ही कहने का अधिकार है तो आप गलत हैं। एकता कपूर ने भी टीवी की कसम खाई है कि वह टीवी को 11 बजे से पहले बंद नहीं होने देंगी।
नए जमाने की कहानियां अब इतने नए जमाने की हो गई हैं कि यह फिल्में सिर्फ एक खास पीढ़ी को ही अच्छी लग सकती हैं। प्यार का पंचनामा का पहला भाग भी ठीक ठाक चल गया था तो इसका सीक्वेल भी अच्छा चल जाने की पूरी उम्मीद है। पूरे देश के विश्वविद्यालय के छात्र भी अगर इस फिल्म को देख लेंगे तो निर्माता के पूरे पैसे वसूल हो जाएंगे।