एनडीटीवी पर छापेमारी को लेकर केंद्र सरकार बैकफुट पर आती दिखाई दे रही है। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री वैंकेया नायडू ने आज कहा कि एनडीटीवी पर कोई छापेमारी नहीं हुई है।
एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉय पर हुई सीबीआई की कार्रवाई को लेकर कुछ नेताओं के बयान आए हैं। वहीं कुछ नेताओं ने चुप्पी साध ली है। जहां मीडिया जगत में इस कार्रवाई को दुर्भावनापूर्ण हमला माना जा रहा है, वहीं राजनीतिक हलकों में भी कुछ नेता प्रणय रॉय और एनडीटीवी के समर्थन में उतर आए हैं। लेकिन कई बड़े नेता जो अक्सर अलग-अलग मसलों पर ट्वीट करते रहते हैं उनका यहां मौन रहना समझ से परे है।
दिल्ली सरकार की ओर से तीन सौ करोड़ रुपये की एस्पाइयरी दवा खरीदने व घोटाले को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने जांच शुरू कर दी है और इस सिलसिले में कई जगह छापेमारी की है। समझा जाता है कि दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है।
आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग के तीन जून को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में छेड़छाड़ की चुनौती को ड्रामा बताया है। आप नेता सौरभ भारद्वाज का कहना है कि वे तीन जून को अलग से ईवीएम हैकथान करेंगे।
कांग्रेस नेता बाबा सिद्दकी और रफीक मकबूर कुरैशी के अलग अलग ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। यह कार्रवाई मनी लांड्रिंग मामले में की गई है। बाबा पर आरोप है कि मुंबई स्थित बांद्रा के स्लम एरिया के विकास के नाम पर सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला किया गया है। इसके अलावा एक जमीन के टुकड़े के विवाद के चलते दाऊद ने बाबा को धमकी भी दी थी कि तुम्हारी फिल्म बनवा दूंगा, ‘एक था एमएलए’।
भाजपा नेता और महाराष्ट्र की महिला बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे पर एक बार फिर घोटाले का आरोप लगा है। यह आरोप किसी और ने नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी की नेता प्रीति शर्मा मेनन ने लगाया है। आरोपों के घेरे में न सिर्फ पंकजा मुंडे हैं बल्कि महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष रावसाहेब दानवे भी हैं।
एक ओर जहां मोदी सरकार सत्ता में तीन साल पूरे होने का जश्न मना रही है। वहीं, दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने एक अनोखे तरीके का प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को किसी मंत्री या नेता के घर के सामने नहीं बल्कि एक दावत के दौरान किया गया। इस खास दावत में मोदी की नाकामी पर व्यंजनों का नाम दिया गया।
आम आदमी पार्टी 3 जून को होने वाले ईवीएम हैकथान से किनारा करती नजर आ रही है। सीईसी को लिखे पत्र में आप ने कहा है कि अगर ईवीएम टेंपरप्रूफ है तो फिर डर काहें का, खुली छूट दे चुनाव आयोग।