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तेजस्वी बोले, जल्दबाजी में लिया गया लालूजी को एम्स से रांची के अस्पताल ले जाने का फैसला

तेजस्वी बोले, जल्दबाजी में लिया गया लालूजी को एम्स से रांची के अस्पताल ले जाने का फैसला

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)...
पुजारा की रिकार्ड पारी और साहा के शतक से भारत मजबूत

पुजारा की रिकार्ड पारी और साहा के शतक से भारत मजबूत

चेतेश्वर पुजारा ने दोहरे शतक के दौरान क्रीज पर रिकार्ड समय बिताया जबकि रिद्धिमान साहा ने भी जुझारू शतक जड़ा जिससे भारत ने ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन 152 रन की बढ़त हासिल करने के बाद दूसरी पारी में 23 रन तक ऑस्‍ट्रेलिया के दो विकेट चटकाकर मैच में अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली।
रांची बनेगा भारत का 26वां टेस्ट स्थल,  खलेगी धोनी की कमी

रांची बनेगा भारत का 26वां टेस्ट स्थल, खलेगी धोनी की कमी

महेंद्र सिंह धोनी ने यहां स्टेडियम के उद्घाटन के दौरान नगाड़ा बजाया था और उनकी यह छवि सभी स्थानीय लोगों के जेहन में है लेकिन चार साल बाद अब यह शहर भारत का 26वां टेस्ट केंद्र बनने जा रहा है तो यहां का मूड बहुत ही फीका है।
जब कुंबले ने बायें हाथ से गेंदबाजी कर पुजारा की मुश्किल दूर की

जब कुंबले ने बायें हाथ से गेंदबाजी कर पुजारा की मुश्किल दूर की

पूर्व महान लेग स्पिनर और भारतीय कोच अनिल कुंबले ने बायें हाथ से गेंदबाजी करके ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में स्टीव ओकीफी द्वारा पेश की गयी चुनौती से निपटने में चेतेश्वर पुजारा की मदद की।
इटली के बाद भारत-म्‍यांमार में भी भूकंप, कोलकाता से बिहार तक कांपी धरती

इटली के बाद भारत-म्‍यांमार में भी भूकंप, कोलकाता से बिहार तक कांपी धरती

पड़ोसी देश म्यांमार में बुधवार शाम को तेज भूकंप आया। इसका असर बंगाल, बिहार, असम, झारखंड समेत देश के 11 से ज्यादा राज्यों में भी देखा गया। जिससे लोग दहशत में आ गये। कोलकाता, पटना, रांची, गुवाहाटी में करीब 10 सेकंड तक झटके महसूस किए गए। म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.7 थी।
एक कवि का ‘मैं’ से ‘तुम’ हो जाना

एक कवि का ‘मैं’ से ‘तुम’ हो जाना

स्त्री अस्मिता को लेकर भारत में शुरू हुए स्त्रीवादी आंदोलनों और महिला अधिकारों की बहसों की शुरुआत के बाद से स्त्रीवादी कविता में उसके सरोकारों की भी बात होने लगी। हालांकि, उसके पहले भी स्त्रीवादी कविताएं लिखी जाती थीं, लेकिन तब उसमें स्त्री अधिकारों और सरोकारों की बातें कम होती थीं, स्त्री सौंदर्य और स्त्री प्रेम की बातें ज्यादा होती थीं।
रांची में रम गए साहित्यजन

रांची में रम गए साहित्यजन

अनिता रश्मि के लेखन में झारखंड की गंध और गहरी संवेदनशीलता है। ‘लाल छप्पा साड़ी’ से लेकर ‘बांसुरी की चीख’ तक उनके कथा लेखन में एक विकास यात्रा दिखती है। जाने-माने लेखक सी भास्कर राव अनिता रश्मि की लेखन यात्रा को इसी तरह देखते हैं।
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