डीयू छात्रसंघ चुनाव में इस बार भी यह मुकाबला प्रमुख रूप से एबीवीपी (ABVP) और एनएसयूआई (NSUI) के बीच रहा। जिसमें चार साल बाद एनएसयूआई को बड़ी कामयाबी हासिल हुई।
पार्टीवार विवरण देते हुये अध्ययन में कहा गया कि विभिन्न मान्यता प्राप्त दलों में भाजपा के विधायकों-सांसदों की संख्या सबसे ज्यादा 14 है, जिन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े मामलों की घोषणा की है।