पद्मश्री से सम्मानित हिंदी -मैथिली की चर्चित लेखिका। भामति एक अविस्मरणीय प्रेम कथा के लिए मैथिली का साहित्य अकादमी पुरस्कार। सृजनहार उपन्यास के लिए कुसुमांजलि फाउंडेशन पुरस्कार।
चुुनाव अपने यहां सचमुच उत्सव हैं। चुनाव लडऩे-लड़ाने वालों को छोडक़र सभी इसको इंज्वॉय करते हैं। और बिहार चुनाव तो उत्सवों के समय ही होते रहे। दशहरा, दीपावली- सबको निबटाते हुए चुनाव में भागीदारी का अलग ही आनंद है। बिहार का आदमी थोड़ा हटकर भी होता है। वह अमेरिकी चुनाव को लेकर भी अंदर की खबरें जानता-समझता है। इस मामले में भुच्च बिहारी भी इंटरनेशनल है। इसलिए कोई यह कैसे सोच सकता है कि अपने घर में हो रहे चुनाव के अंदर की खबरें उसके पास नहीं होंगी।
क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने करीब 10 महीने पहले टीवी पत्रकार रीहाम से दूसरी शादी की थी जो तलाक से साथ खत्म हो गई। ऐसी खबरें थी कि इमरान को राजनीतिक मामलों में उनकी दखलअंदाजी को लेकर एतराज था।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी नजम सेठी ने कहा है कि यूएई में दिसंबर में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली द्विपक्षीय क्रिकेट श्रृंखला के आयोजन की उम्मीद अब भी बची है। पीसीबी की कार्यकारी समिति के प्रमुख सेठी ने इस खबरों को भी अधिक तवज्जो नहीं दी कि बीसीसीआई ने मुंबई में पाकिस्तान क्रिकेट प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित किए जाने के बावजूद मेजबान होने की जिम्मेदारी नहीं निभाई।
पाकिस्तान की ताकतवर सेना ने वहां की सरकार में अपना परोक्ष दखल बढ़ा दिया है। इसी महीने की शुरुआत में सेवानिवृत हुए लेफ्टिनेंट जनरल नासिर खान जंजुआ को देश का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) नियुक्त करवाकर सेना ने शासन में अपनी बढ़ती दखल का अहसास कराया है।
दीपिका फिल्मों के मामले में भले ही चूजी न हों पर प्यार के मामले में वह न सिर्फ चूजी है बल्कि थोड़ी कनफ्यूज भी। उन्हें न रणवीर चाहिए न रणबीर। उनकी पसंद तो शाहरूख खान है।
प्रेम रतन धन पायो को आने में अभी वक्त है। हर थोड़े अंतराल के बाद इस फिल्म के गाने रीलिज हो रहे हैं। सूरज बड़जात्या मार्का फिल्मों की तरह यह फिल्म भी रोमांस का नया आगाज करेगी।
बिहार चुनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी की अध्यक्ष अमित शाह की पत्नी सोनल शाह के पटना पहुंचने को लेकर सियासी हलके में चर्चा तेज हो गई है। हालांकि सूत्र बता रहे हैं कि अमित शाह के बिहार में लंबे प्रवास के कारण उनकी पत्नी पटना पहुंची है।
दिलवाले दुलहनिया ले जाएंगे को आए कितने साल बीत गए। पूरे 20 साल जी। शाहरूख-काजोल की यह जोड़ी आज तक वहीं पर खड़ी है। जब भी दोनों की बात होती है इस फिल्म की चर्चा जरूरी होती है।