गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को देशभर में लागू हुए आज आठ दिन हो गए हैं, लेकिन इस प्रणाली को लेकर विरोध अभी भी जारी है। जीएसटी को लेकर गुजरात के सूरत में हजारों की तादात में कपड़ा व्यापारियों ने विरोध शुरु कर दिया।
जीएसटी के खिलाफ हाथ में काले झंडे पकड़े हुए और नारे लगाते हुए व्यापारियों का दावा है कि नई कर व्यवस्था को लागू करना राज्य के विशेष दर्जे और इसके राजकोषीय स्वायत्ता पर प्रहार करना है।
पहली जुलाई से देश में जीएसटी लागू हो जाएगा इससे न केवल देश का ढांचा बदल जाएगा बल्कि कारोबार करने के तरीकों में भी बड़े बदलाव आएंगे। बेहतर होगा कारोबारी अपनी आदत बदल लें वरना जेल के लिए तैयार रहें। यानी जीएसटी में धांधली की गुंजाइश कम होने और सब कुछ ऑन लाइन होने से आपको अपनी आदतों की कीमत चुकानी पड़ सकती है।
शुक्रवार की मध्य रात्रि से जीएसटी पूरे देश भर में लागू हो जाएगा। लेकिन जीएसटी पर कई व्यापारियों के संगठनों को ऐतराज है, जिसे लेकर वे विरोध जता रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में हुई दो व्यापारियों से लूट और हत्या की घटना पर हत्यारों का अब तक सुराग नहीं मिला है। इसके विरोध में मथुरा के व्यापारियों ने बुधवार को बंद घोषित किया।
सरकार ने आज भारतीय उद्यम विकास सेवाओं (आईईडीएस) के गठन को मंजूरी प्रदान की। इसका गठन सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के तहत विकास आयुक्त कार्यालय में किया जाएगा।
सरकार ने आज कहा कि नकदी के बजाए डिजिटल लेन-देन अपनाने से छोटे व्यापारियों की कर देनदारी में 46 प्रतिशत तक कमी आएगी। सरकार ने अनुमानित आय नियमों में बदलाव किया है इससे उन छोटे व्यापारियों की कर देनदारी में कमी आएगी जो डिजिटल भुगतान का विकल्प चुनते हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े संगठन लघु उद्योग भारती ने भी माना है कि नोटबंदी के बाद समूचे देश में छोटे व्यापारी की हालात खराब है। उनके हाथ से कारोबार जा रहा है। वेतन न दे पाने की स्थिति में कर्मचारी नौकरी छोड़कर भाग रहे हैं। सरकार चाहती है कि छोटे कारोबारी रातोंरात कैशलेस पद्धति को फॉलो करें, यह उनके लिए मुश्किल है। नोटबंदी के चलते लघु उद्योगों का उत्पादन 40 से 50 फीसदी कम हो गया है।
इस साल अभी तक स्माल कैप और मिडकैप शेयरों का प्रदर्शन ब्लूचिप कंपनियों से बेहतर रहा है। छोटी कंपनियों के शेयरों ने अभी तक साल के दौरान 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। साल के दौरान मिडकैप सूचकांक का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर रहा है। यह 2,371.97 अंक या 21.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 13,515.05 अंक पर पहुंच गया है। वहीं स्माल कैप 11.98 प्रतिशत या।,419.22 अंक की बढ़त के साथ 13,255.93 अंक रहा है।