रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने तूफानी प्रदर्शन करते हुए नौंवीं सीड चीन की चेन यूफेई को लगातार गेमों में 21-13, 21-10 से पीटकर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया।
सिंधू इस टूर्नामेंट में रजत जीतने वाली भारत की दूसरी शटलर हैं। इससे पहले साइना नेहवाल ने साल 2015 में जकार्ता में हुई विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।
पीवी सिंधू और साइना नेहवाल ने चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ ही भारत के दो मेडल पक्के हो गए हैं। इसके साथ ही सिंधू ने भी वर्ल्ड चैम्पियनशिप का अपना तीसरा मेडल भी पक्का कर लिया।
तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में भारत से करारी शिकस्त मिलने से पहले श्रीलंका जिम्बाब्वे जैसी कमजोर मानी जाने वाली टीम से एकदिवसीय श्रृंखला 3-2 से हार गयी थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, युवराज सिंह और सुरेश रैना का राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) में 'यो-यो' टेस्ट में पास नहीं होना टीम इंडिया से बाहर होने की प्रमुख वजह रही।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए एक राहत भरी खबर है। आने वाले दिनों में मरीज यहां 500 रुपये से कम की कीमत वाले टेस्ट मुफ्त में करा सकेंगे।
इस सीरीज के जीतने के साथ ही ये टीम विदेशी धरती पर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में सूपड़ा साफ करने वाली पहली भारतीय टीम बन गई है। इसके अलावा श्रीलंका में नौ टेस्ट मैच जीतने वाली भारत पहली विदेशी टीम है।
भारतीय जोड़ी ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में चीन के लियु जियांग्ची और गाओ जियानमी को 28-27 से हराया। मेजबान देश के व्लादीस्लाव मुखमेदीयेव और ओल्गा पनारिना ने कांस्य पदक जीता।