भारत और रोमानिया के बीच बेहद करीबी और मजबूत संबंध हैं। इस बात का अंदाजा रोमानिया के स्कूलों में 11वीं कक्षा के बच्चों को रामायण और महाभारत के अंश पढ़ाए जाने से भी लगाया जा सकता है।
बुलंदशहर जिले के सोही गांव के मुस्लिम हिंदू युवा वाहिनी के डर से अपना पुश्तैनी गांव छोड़ने के भय में जी रहे हैं। इस गांव में महज 4-5 मुस्लिम परिवार हैं, जिनमें से एक परिवार के सबसे बड़े 55 वर्षीय गुलाम अहमद की हत्या का आरोप हिंदू युवा वाहिनी के सदस्यों पर लगा हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट ने आज मुस्लिमों से शादी करने वाली हिन्दू महिलाओं पर तीन तलाक लागू होने पर रोक की मांग करने वाली याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि सभी महिलाओं को कानून के तहत समान सुरक्षा पाने का हक है।
पाकिस्तान के एक हिन्दू युवक को अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से दिए जाने वाले प्रतिष्ठित इमरजिंग यंग लीडर्स अवार्ड के लिए चुना गया है। यह पुरस्कार स्थायी शांति निर्माण में युवाओं द्वारा निभायी जाने वाली सकारात्मक भूमिका के लिए दिया जाता है।
बुलंदशहर की रहने वाली रिहाना ने ससुराल वालों को अपना धर्म बदलने की धमकी दी है। तनावपूर्ण स्थिति का सामना कर रही मुस्लिम महिला रिहाना ने कहा कि अगर उसके ससुराल वालों ने उसे घर में घुसने नहीं दिया तो वह हिंदू धर्म अपना लेगी। इस मुस्लिम महिला की मदद के लिए एक हिन्दू संगठन भी आगे आया। हिंदू संगठन की ओर से मदद के आश्वासन के बाद महिला ने अपने शौहर के परिवार वालों को दूसरा धर्म अपनाने की धमकी दी।
योगी आदित्यनाथ ने जिस हिंदू युवा वाहिनी की स्थापना की थी, उसके नाम पर गुंडागर्दी की घटनाएं सामने आ रही हैं। मेरठ में यह लगातार दूसरी घटना है, जिसमें खुद को हिंदू युवा वाहिनी का कार्यकर्ता बताने वाले लोगों ने किसी की निजता का हनन करते हुए बदसलूकी की है।
उत्तर प्रदेश में हिंदू युवा वाहिनी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। मेरठ में लव जिहाद के नाम पर हिंदू युवा वाहिनी के लोगों ने साथ रह रहे एक लड़के और लड़की को पकड़ा, उनके साथ मारपीट की और पुलिस के हवाले कर दिया।
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की हिंदू युवा वाहिनी धर्मांतरण को लेकर उग्र हुई और चर्च में की जा रही प्रार्थना को बंद करा दिया। वाहिनी के कार्यकर्ता दल बल पहुंच बवाल करना शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चर्च में स्थानीय लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था।
पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थी कावेश कुमार ने इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) में दाखिला न मिलने के कारण एक पत्र के जरिये मीडिया से मदद की गुहार लगाई है। कावेश कुमार के भाई विकेश कुमार ने बताया कि वह अपने पत्र के जरिये अपनी परेशानियों को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तक पहुंचाना चाहते हैं ताकि वह उनकी मदद कर सकें।