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हॉलीवुड आभिनेत्री मेरिल स्ट्रीप ने डोनाल्ड ट्रंप पर साधा निशाना

हॉलीवुड आभिनेत्री मेरिल स्ट्रीप ने डोनाल्ड ट्रंप पर साधा निशाना

गोल्डन ग्लोब्स में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड हासिल करते हुए हॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री मेरिल स्ट्रीप ने डोनाल्ड ट्रंप की विभाजनकारी भाषणबाजी की कड़ी आलोचना की और उन्हें एक ऐसा दबंग बताया, जो दूसरों को प्रताड़ित करता है। इसके जवाब में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने उन्हें हिलेरी प्रेमी बताकर खारिज कर दिया।
दिलीप कुमार ने टवीट् करके प्रशंसकों को शुक्रिया कहा,  जांच के लिए गए थे अस्पताल

दिलीप कुमार ने टवीट् करके प्रशंसकों को शुक्रिया कहा, जांच के लिए गए थे अस्पताल

मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार को उनके एक पैर में सूजन की वजह से लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका स्वास्थ्य अब बेहतर है।
भारत ने पाकिस्तान को दी पटकनी, जीता एशिया कप

भारत ने पाकिस्तान को दी पटकनी, जीता एशिया कप

भारतीय महिला क्रिकेटरों ने आज बैंकाक में एशिया कप में अपना दबदबा जारी रखते हुए चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को पराजित कर छठे चरण में छठा खिताब अपनी झोली में डाला।
आजाद हिंद फौज के आखिरी सिपाही डैनियल काले का निधन

आजाद हिंद फौज के आखिरी सिपाही डैनियल काले का निधन

आजाद हिंद फौज के वयोवृद्ध सिपाही डैनियल काले का लंबी बीमारी के बाद कोल्हापुर में निधन हो गया। उनके बारे में कहा जाता है कि वे आजादी के संघर्ष के लिए गठित आजाद हिंद फौज के आखिरी जीवित सदस्य थे।
मिले-जुले समाज से पाकिस्तान महरूम है-इंतिजार हुसैन

मिले-जुले समाज से पाकिस्तान महरूम है-इंतिजार हुसैन

पाकिस्तान के प्रसिद्ध कहानीकार इंतिजार हुसैन ने 2 फरवरी 2016 को इस संसार से विदा ले ली। भारत में पैदा हुए इंतिजार की शिक्षा पहले हापुड़ फिर मेरठ कॉलेज से हुई थी। सन 2012 में सआदत हसन मंटो की जन्मशताब्दी वर्ष के मौके पर पाकिस्तान के नामी अफसानानिगार इंतिजार हुसैन भारत आए थे। विभाजन के बाद वह परिवार के साथ पाकिस्तान चले गए थे। लेकिन उनकी रूह भारत में ही रहती थी। उनकी कहानियों में अलग तरह का दर्शन था। बस्ती, हिंदुस्तान से आखिरी खत उनकी लोकप्रिय कृतियों में से है। तब उन्होंने आउटलुक से ढेर सी बात की थी। उनके साक्षात्कार में उन्होंन बताया था भारत और भारतीयता की समझ को। उनका भारत में दिया गया अंतिम साक्षात्कार
पिता से पहले गुरु थे कुमार गंधर्व

पिता से पहले गुरु थे कुमार गंधर्व

रिमझिम बारिश और पूना के बेतरतीब ट्रैफिक से गुजर जब मैं वार्जे के अतुल नगर इलाके में पहुंची तो हल्की ठंडक ने थोड़ी सी सिहरन भर दी थी। जब मैं कमरे में पहुंची तो कपूर की भीनी सी खुशबू नथुनों से टकराई और लगा जैसे एक-डेढ़ घंटे की थकान धीरे-धीरे कपूर के साथ उड़ रही है। उस छोटे से कमरे में कला के विविधरूप थे। छोटी मूर्तियां, कुछ रंग और बहुत सारा संगीत। इन सबके बीच सफेद धोती, कमीज और कंधे पर गमछा डाले जो शख्स विनम्रता से आते हैं उनका नाम है, मुकुल शिवपुत्र।
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