आगरा में भाजपा नेता की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ। गुस्साए लोगों ने एक आरोपी को पकड़ लिया और उसे पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया।
हाल ही में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के कुशीनगर जिले के मुसहर बस्ती का दौरा करने से पहले साबुन-शैंपू बांटे जाने पर काफी विवाद उठा था। इस विवाद को लेकर गुजरात के दलित संगठन ने सीएम योगी को एक खास तोहफा देने की पेशकश की है।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हिंसा के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। उपद्रवियों को चेताते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसी भी कीमत पर शहर की फिजा नहीं बिगड़ने दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश में एक दलित आदमी पर कथित तौर पर हमला करने और उसके खिलाफ जातिवाद की टिप्पणी करने पर पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का है।
प्रशासन से अनुमति न मिलने के बावजूद शनिवार को राहुल गांधी ने सहारनपुर पहुंचकर हिंसा पीड़ित परिवारों से मुलाकात की है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर बताया कि वे पैदल चलकर शहांजहांपुर चौकी पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मिले।
रातो रात बड़े फैसले लेने वाले योगी आदित्यनाथ के यूपी में ये कैसा अजब मामला सामने आया है। ये मामला कोई और नहीं बल्कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के कुशीनगर दौरे का है। जहां उनके मुसहर बस्ती के दौरे से पहले प्रशासन के आला अधिकारियों ने वहां साबुन, शैंपू और सेंट बांटे। साथ ही, साफ-सुथरा रहना को कहा।
हिंसा की आग में पिछले कई दिनों से सुलग रहे सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में शुक्रवार को पहली बार खुशी का महौल देखने को मिला। इस खुशी का कारण कुछ और नहीं बल्कि एक दलित परिवार में दो बहनों की शादी को लेकर था। शादी की वजह से गांव में कई दिनों के बाद खुशी का माहौल दिखा।
सहारनपुर हिंसा यूपी सरकार के काबू में नहीं आ रही है। इसके पहले अखिलेश सरकार में मुजफ्फरनगर सुलगा था तो योगी सरकार में सहारनपुर। योगी सरकार, पूर्ववर्ती सरकार से कोई सबक लेती नहीं दिख रही है?
उत्तर प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्यवस्था मोदी सरकार के तीन साल के जश्न का मजा किरकिरा कर सकती है। मोदी और योगी पर हमले के मुद्देे तलाश रहे विपक्ष को सहारनपुर हिंसा और ग्रेटर नोएडा में चार महिलाओं से गैंगरेप की घटना ने बड़ा मुद्दा दे दिया है।
सहारनपुर में जतीय हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। उधर सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि मैनचेस्टर हमले की निंदा करने वाले प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी सहारनुपर हिंसा पर मौन धारण क्यों किए हुए हैं।