फ्रांस और जर्मनी ने पहले हाफ के दौरान पेरिस के नेशनल स्टेडियम के बाहर दो भीषण धमाकों के बावजूद शुक्रवार को यहां मैत्री फुटबाल मैच पूरा खेला जिसमें मेजबान टीम ने विश्व चैंपियन को 2-0 से हराया। मैच के बाद यह स्पष्ट हो गया कि ये धमाके भी कल शाम फ्रांसीसी राजधानी में कई जगहों पर हुए विस्फोटों और गोलीबारी का हिस्सा थे।
एक साल से कम समय के अंदर फ्रांस दूसरी बार बड़े आतंकी हमले की जद में आ गया है। शुक्रवार की रात पेरिस में कम से कम छह स्थानों पर हुई गोलीबारी और बम धमाकों में कम से कम 128 लोग मारे गए हैं। हमलों की जिम्मदारी आईएसआईएस ने ली है।
तुर्की तट पर मृत मिले आयलान कुर्दी नाम के सीरियाई बच्चे की तस्वीरों ने शरणार्थियों के प्रति यूरोप के नजरिये को बदल डाला है। जर्मनी, ऑस्ट्रिया और ब्रिटेन जैसे देश अब अपने दरवाजे शरणार्थियों के लिए खोलने में उदारता दिखा रहे हैं। जर्मनी में शरणार्थियों का गर्मजोशी से स्वागत किया जा रहा है।
चार महीने पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ब्रुसेल्स की प्रस्तावित यात्रा को यूरोपीय संघ (ईयू) ने कोई तरजीह नहीं दी थी लेकिन अब उसने भारत-ईयू सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया है। यह सम्मेलन तुर्की में नवंबर में होने वाले जी-20 की बैठक से ठीक पहले या बाद में हो सकता है।
जैसे चीजें चल रही हैं, भारतीय अनुसंधान परिषद का नाम जल्द ही भारतीय इतिहास गोलमाल परिषद कर देना चाहिए। उदाहरण के तौर पर सबसे पहले पहचान की एक गड़बड़ी को लें। भारत के गजट में अधिसूचित किया गया कि किन्हीं वी.वी हरिदास को भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद का नया सदस्य नियुक्त किया गया है जो ‘कालीकट में इतिहास के प्रोफेसर’ हैं। जब इन हरिदास महाशय ने हिचकते हुए आईसीएचआर फोन करके कहा कि वह इससे बहुत सम्मानित महसूस कर रहे हैं, तब पता चला कि यह वह हरिदास नहीं हैं जिनकी अनुशंसा मंत्रालय ने की थी। इतिहास में पीएचडी वी.वी हरिदास मंगलूर विश्वविद्यालय में पढ़ाते हैं। लेकिन यह तो कोई दूसरे पी.टी हरिदास थे जिन्हें परिषद के लिए मनोनीत किया गया था हालांकि वह पी.एच.डी नहीं थे।
शुक्रवार को दुनिया के चार देशों में अलग-अलग आतंकी हमले हुए। सीरिया, ट्यूनीशिया और कुवैत में ये अब तक के सबसे भीषण आतंकी हमलों में से एक है, जिनमें बड़ी तादाद में लोगों की जान गई है।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने यूपीए के समय हुए 126 राफेल विमान के सौदे को अव्यावहारिक और खर्चीला करार दिया है। अब सरकार फ्रांस से सिर्फ 36 लड़ाकू विमान खरीदेगी।