एक ओर जहां दिल्ली-एनसीआर के गांवों में महिलाओं की चोटी काटे जाने की घटनाएं दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं, तो वहीं अरशद खान बिसरू नामक गायक ने इस तरह की घटना पर एक गीत की रचना की है।
दीवाली के गीत हिंदी फिल्मों में कम हैं। होली की अपेक्षा तो बहुत ही कम। और जहां होली के गीतों के परिदृश्य में अक्सर उत्सवधर्मिता रहती है और उल्लासित वातावरण रहता है, वहीं दीवाली के दृश्य की उज्जवल पृष्ठभूमि में कई गीत कॉन्टेक्ट की तरह वैयक्तिक दुख और विषाद के गीत बन कर उभरते हैं।
पाकिस्तान के छद्म युद्ध के प्रयास 70 वर्षों से चलते रहे हैं। 1965 और 1971 में तो उसे सीधे युद्ध में भारी पराजय का सामना करना पड़ा। कारगिल की घुसपैठ भी उसे महंगी पड़ी।
अगर कोई छोटा बच्चा अपनी नन्हीं ऊंगलियों से तबलेे की बेहतरीन ताक धिना धिन ताल एक लय में बिखेरने लगे तो उसका हर कोई फैन हो जाएगा। दिल्ली के कुमार मंगलम वर्ल्ड स्कूल विकासपुरी के कक्षा पांचवी के छात्र 9 साल के अभिवंदन विज इन दिनों अपने तबले के हुनर से लाखों लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बरेली में आयोजित एक रैली में मौजूद लोगों को खुद से जोड़ने के लिए फिल्म मेरा साया के मशहूर गीत झुमका गिरा रे का जिक्र करके उन्हें तालियां बजाने को मजबूर कर दिया।
पंजाब के परिवहन मंत्री अजीत सिंह कोहाड़ ने राज्य परिवहन की बसों में बजने वाले भद्दे और उत्तेजक गीतों पर पाबंदी लगा दी है। इसके अलावा अब इन बसों में ऊंची आवाज में भी संगीत नहीं बजेगा। कोहाड़ ने परिवहन विभाग को यह दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। नियम तोड़ने वाले बस ड्राइवरों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
कभी संजीदगी, कभी खिलखिलाहट और कभी आंखों से बहते हुए आंसू। कलाकारों की बांसुरी और उनकी आवाज से अपने नगमों को सुनकर नामचीन गीतकार संतोष आनंद के चेहरे पर कई भाव आ और जा रहे थे। पूरी महफिल उन्हें खुश होते देखकर खुश होती थी और उन्हें गमगीन देखकर रो पडती, लेकिन सबको खुशी इस बात की थी कि ठीक एक साल पहले अपने बेटे और बहू की असामयिक मौत के गम को पीछे छोड़ते हुए वह अपनी जिंदगी में आगे की ओर बढ़े रहे हैं।
साहिर लुधियानवी के हिन्दी गीत के संकलन का संपादन। साहिर लुधियानवी : मेरे गीत तुम्हारे हैं नाम से एक और पुस्तक प्रकाशनाधीन। सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में कहानियां और गजलें प्रकाशित। साहित्य से इतर पर्यावरण पर भी लेखन। पिछले चार वर्षों से साहिर लुधियानवी के गीतों का डॉक्युमेंटेशन और ब्लॉग लेखन। गढ़वाली भाषा और संस्कृति पर सक्रिय संस्था ‘धाद’ से संबद्ध।