भारतीय शेयर बाजार का सेंसेक्स आज कारोबार की शुरुआत में अपने रिकार्ड स्तर से करीब 300 अंक गिरकर 31,775.54 अंक पर आ पहुंचा है। एशियाई बाजारों में कमजोर शुरुआत से यहां भी मुनाफा वसूली का जोर रहा और बाजार में गिरावट का रुख रहा।
देश में माल एवं सेवाकर (जीएसटी) व्यवस्था शुरू होने का असर सोमवार को शेयर बाजार में साफ देखा गया। बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक कारोबार की शुरआत में ही 31,000 अंक के पार पहुंच गया। शुरुआती करोबार में सेंसेक्स को करीब 300 अंकों की बढ़त मिली।
भारतीय शेयर बाजार में कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन सेंसेक्स ने अपने 31 वर्ष के सफर में 30 हजार के जादुई आकड़े को पार कर लिया है। इससे पहले सेंसेक्स ने मार्च 2015 और 5 अप्रैल 2017 में इस स्तर को पार किया था।
बाजार में तेजी का सिलसिला जारी है और रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा मारुति की अगुवाई में सेंसेक्स 64.02 अंक की तेजी के साथ 29,974.24 अंक की रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 9,265.15 अंक के नये रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया। रिजर्व बैंक की 2017-18 की पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले निवेशकों ने देखो और इंतजार करो का रूख अपनाया। मौद्रिक नीति गुरुवार को पेश होगी।
डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान के बीच वस्तु एवं सेवा कर :जीएसटी: के मोर्चे पर अच्छी खबरों से बंबई शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी का सिलसिला जारी रहा तथा सेंसेक्स 116 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रुझानों में डोनाल्ड ट्रंप की बढ़त तथा अरबों डालर मूल्य के 500 और 1,000 के नोट बंद करने की घोषणा के बाद आज शुरुआती कारोबार में बंबई शेयर बाजार में जोरदार गिरावट आई। बाजार खुलने के सेकेंडों के भीतर ही सेंसेक्स 1,689 अंक टूट गया। इससे निवेशकों की 6 लाख करोड़ रुपये की पूंजी डूब गई।
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्टपति चुनाव में आगे रहने की भविष्यवाणी के बीच वैश्विक अनिश्चितता से यहां भारतीय बाजारों में भी बेचैनी है। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 97 अंक टूटकर करीब चार महीने के निचले स्तर 27,430.28 अंक पर आ गया।
वैश्विक बाजारों में तेजी के रुख के बीच मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले निवेशकों की लिवाली के चलते घरेलू शेयर बाजारों में तेजी सोमवार को तीसरे दिन भी तेजी जारी रही। एनएसई का निफ्टी 15 महीने के उच्च स्तर 8711.35 अंक और बीएसई 104 अंक चढ़कर 28,182.57 अंक पर बंद हुआ।